गोरखपुर केे एक निर्दयी मामा ने भांजी को आनंद विहार स्टेशन पर छोड़ा, कहा-अब नहीं उठा पाएंगे खर्च
एएचटी (एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग) थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि 16 वर्षीय किशोरी चार जूनको आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर अकेली मिली। यात्रियों की सूचना पर एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग टीम पहुंची तो किशोरी ने बताया कि बचपन में माता-पिता की मौत हो गई।
गोरखपुर, जेएनएन। कहते हैं कि मामा अपने भांजा और भांजों के लिए मां से ज्यादा महत्व देता है। लेकिन यहां के एक मामा की कहानी ही कुछ अजीब है। माता-पिता की मौत के बाद मामा के साथ नोएडा में रहने वाली किशोरी को उसका मामा आनंद विहार स्टेशन पर छोड़कर चला गया। किशोरी खुद को गोरखपुर के सिसवा गांव का रहने वाला बता रही है। एएचटी थाना प्रभारी किशोरी को शेल्टर होम भेजकर स्वजन के बारे में छानबीन कर रहे हैं।
मां-बाप की मौत के बाद अपने साथ लेकर गए थे मामा
एएचटी (एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग) थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि 16 वर्षीय किशोरी चार जूनको आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर अकेली मिली। यात्रियों की सूचना पर एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग टीम पहुंची तो किशोरी ने बताया कि बचपन में माता-पिता की मौत हो गई। जिसके बाद से गोरखपुर के सिसवा में रहने वाले मामा अपने साथ लेकर चले गए। मामा नोएडा में परिवार के साथ रहकर काम करते हैं। चार जून को स्टेशन पर छोड़कर चले गए और कहा कि अब तुम्हारा खर्चा नहीं चला पाऊंगा। लड़की अपना नाम नीतू बता रही है। उसके गांव व मामा के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। किशोरी को यह समझ में नहीं आ रहा है कि अब वह कहां और किसके पास जाए। मां-बाप की मौत के बाद मामा ने देखभाल की। अब उसने भी खर्च उठाने से इन्कार कर दिया।
मुंगेर में मिला गोरखपुर का मासूम
बिहार के मुंगेर में गोरखपुर का रहने वाला पांच साल का बच्चा मिला है। वह केवल अपना नाम व जिला बता पा रहा है। मुंगेर के सहायक निदेशक बाल संरक्षण ने एएचटी (एंटी ह्यमन ट्रैफिकिंग) थाना प्रभारी को फोन कर बच्चे के बारे में जानकारी दी। एएचटी थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि गोरखपुर का रहने पांच साल का बच्चा अपना नाम पवन कुमार बता रहा है। 13 जून को वह मुंगेर के जमालपुर रेलवे स्टेशन पर लावारिश मिला था। इंटरनेट मीडिया पर बच्चे की तस्वीर शेयर कर जानकारी जुटाई जा रही है। तस्वीर को तमाम सोशल मीडिया पर जारी करके सूचना देने की अपील की गई है।