International Yoga Day: विश्व के सबसे बड़े प्लेटफार्म वाले गोरखपुर जंक्शन पर बने दो योग व ध्यान कक्ष
गोरखपुर जंक्शन के स्टेशन प्रबंधक मुकेश कुमार बताते हैं कि यात्रियों और रनिंग स्टाफ को दी जाने वाली अतिरिक्त सुविधा के तहत ध्यान कक्ष स्थापित किए गए हैं। इस कक्ष के माध्यम से लोगों में ध्यान योग और प्राणायाम की निरंतरता बनी रहती है।
गोरखपुर, जेएनएन। यात्री हों या रङ्क्षनग स्टाफ (लोको पायलट और गार्ड), सफर और ड्यूटी के दौरान भी वे नियमित ध्यान, योग और प्राणायाम को दिनचर्या में शामिल रख सकते हैं। उनके लिए रेलवे स्टेशन पर भी घर जैसा एकांत और शांत माहौल उपलब्ध है, जहां वे अपनी थकान दूर कर खुद को तरोताजा कर सकते हैं। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने गोरखपुर सहित सभी प्रमुख स्टेशनों और रनिंग रूम में ध्यान व योग कक्ष बनाया है।
सभी प्रमुख स्टेशनों पर भी योग कक्ष स्थापित, यात्री कर सकते हैैं योग व ध्यान
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एसी लाउंज में ध्यान कक्ष और प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित रनिंग रूम में ध्यान व योग कक्ष स्थापित है। गोंडा, लखनऊ, सीतापुर और मैलानी के रङ्क्षनग रूम में भी ध्यान कक्ष बनाए गए हैं। जहां, ड्यूटी से थका-हारा पहुंचा रनिंग स्टाफ ध्यान और प्राणायाम से अपने को चुस्त और दुरुस्त बनाए रखता है। इससे उनकी मानसिक रूप से मजबूती के साथ कार्य क्षमता भी बढ़ती है।
सफर में फिट रखने की अच्छी व्यवस्था
गोरखपुर जंक्शन के स्टेशन प्रबंधक मुकेश कुमार बताते हैं कि यात्रियों और रनिंग स्टाफ को दी जाने वाली अतिरिक्त सुविधा के तहत ध्यान कक्ष स्थापित किए गए हैं। इस कक्ष के माध्यम से लोगों में ध्यान, योग और प्राणायाम की निरंतरता बनी रहती है। वे सफर और ड्यूटी में भी अपने को पूरी तरह फिट रख सकते हैं। एसी लाउंज स्थित ध्यान कक्ष की चाबी परिचारक के पास रहती है। यात्री सुविधानुसार इस कक्ष का उपयोग कर सकते हैं।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह का कहना है कि किसी भी क्षेत्र में विशेषकर रेलवे में बेहतर कार्य करने के लिए शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस महत्वपूर्ण है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के रनिंग रूम में योग एवं ध्यान कक्ष भी स्थापित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रेलवे में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, जिससे लोग योग के माध्यम से स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहे हैं।