जून के पहले सप्ताह में शुरू हो सकता एम्स में दौ बेड का कोविड अस्पताल Gorakhpur News
एम्स में बोइंग कंपनी के सहयोग से बन रहे 200 बेड कोविड अस्पताल का तीन जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन कर सकते हैं। इसे लेकर कमिश्नर जयंत नर्लिकर व डीएम के विजयेंद्र पांडियन मंगलवार को एम्स पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिया है कि कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए।
गोरखपुर, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में बोइंग कंपनी के सहयोग से बन रहे 200 बेड कोविड अस्पताल का तीन जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्घाटन कर सकते हैं। इसे लेकर कमिश्नर जयंत नर्लिकर व डीएम के विजयेंद्र पांडियन मंगलवार को एम्स पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिया है कि कोई भी कमी नहीं होनी चाहिए।
एम्स प्रशासन ने बताया कि तीसरे मंजिल पर बने कोविड अस्पताल में 30 बेड वेंटिलेटर के रहेंगे। इसमें 15 वेंटिलेटर पीएम केयर फंड से मिले हैं। जबकि 15 वेंटिलेटर एम्स के पास पहले से थे। इन वेंटिलेटर को एम्स ने कोरोना महामारी के बीच में बीआरडी मेडिकल कालेज को दे दिया था। कोविड के मरीज कम होने के बाद और कोविड अस्पताल शुरू होने पर इसे एम्स ने वापस मंगवा लिया है। आक्सीजन प्लांट तो लग गया है, लेकिन कुछ मशीनें बाहर से आनी है। ऐसी स्थिति में अभी सिलेंडर से ही मरीजों को आसीजन दिया जाएगा। कमिश्रर ने निर्देश दिया कि सभी तैयारियां बुधवार तक हर हाल में पूरी कर ली जाएं। ताकि तीन जून को कोविड अस्पताल शुरू किया जा सके।
ठीक हुए एम्स के फोन, मरीजों को मिला इलाज
एम्स के टेली मेडिसिन के फोन नंबर मंगलवार को सही करा दिए गए। बड़ी संख्या में मरीजों ने फोन कर परामर्श लिया। ओपीडी में भी 200 मरीज देखे गए। ज्यादातर मरीज कमजोरी, हाथों और पैरों में दर्द की शिकायतें लेकर आए थे। मीडिया प्रभारी डा. शशांक शेखर ने बताया कि सामान्य मरीजों को आनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। जिन्हें पास से देखने की जरूरत है, केवल उन्हीं को एम्स बुलाया जा रहा है। बारिश के बावजूद दो सौ मरीजों की ओपीडी हुई है। यह ओपीडी नियमित चलती रहेगी।
इन नंबरों पर करें फोन
0551-2205501
0551-2205585
ब्लैक फंगस से पीड़ित एक और महिला का आपरेशन, एक मरीज डिस्चार्ज
बीआरडी मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस से पीड़ित होम्योपैथिक चिकित्सक को मंगलवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। उनका आपरेशन पिछले बुधवार को हुआ था। वहीं फतेहपुर की एक महिला मरीज का आपरेशन किया गया। संक्रमण उनकी नाक से होते हुए आंख तक पहुंच गया था। महिला को 25 मई को भर्ती किया गया था। उनकी बायीं नाक व आंख तक संक्रमण फैला हुआ था। ढाई घंटे चले आपरेशन में धमनियों में जमे फंगस को काटकर बाहर निकाला गया। इसके बाद घाव पर एंटी फंगल दवा लगाई गई और आंख के पिछले हिस्से में बने घाव पर एंफोटेरिसीन-बी दवा इंजेक्शन के जरिये दी गई। डाक्टरों की टीम में नाक, कान, गला रोग विभाग के अध्यक्ष डा. आरएन यादव, डा. पीएन सिंह व नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डा. राम कुमार जायसवाल शामिल थे। इसके पहले चार और मरीजों का आपरेशन हो चुका है। जिसमें से मंगलवार को महराजगंज निवासी 62 वर्षीय होम्योपैथिक चिकत्सक की तबीयत में काफी सुधार होने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। 15 दिन पहले उनकी नाक व आंख में परेशानी शुरू हुई थी। 10 दिन पहले उन्हें बीआरडी के पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था। एक महिला को छोड़कर सभी की हालत में काफी सुधार हो गया है।
ब्लैक फंगस से पीड़ित एक मरीज को घर भेज दिया गया है। उनका आपरेशन बुधवार को किया गया था। उन्हीं के साथ महराजगंज की एक महिला का भी आपरेशन हुआ था। इसके पहले एक बार वह महराजगंज में भी आपरेशन करा चुकी थीं। उनकी तबीयत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उम्मीद है कि दोबारा आपरेशन नहीं करना पड़ेगा। वह भी जल्दी ही स्वस्थ हो जाएंगी। - डा. रामकुमार जायसवाल, नोडल अधिकारी, पोस्ट कोविड वार्ड