अमेठी से कोलकाता जा रहे कछुुुुआ तस्कर गोरखपुर में गिरफ्तार, जानें-कछुए की क्या है कीमत Gorakhpur New
शाम चार बजे प्लेटफार्म नंबर नौ पर आरोपितों के होने की सूचना मिलने पर जीआरपी व आरपीएफ ने घेराबंदी कर एक महिला समेत चार लोगों को दबोच लिया। सामान की तलाशी लेने पर 46 कछुएं बरामद हुए जिन्हें बांधकर कपड़े की गठरी में रखा गया था।
गोरखपुर, जेएनएन। आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने कछुए की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। अमेठी के रहने वाले चार तस्करों को 46 कछुए के साथ प्लेटफार्म नंबर चार से गिरफ्तार किया। आरोपित बाराबंकी जिले से कछुए लेकर कोलकाता जा रहे थे। प्रभारी निरीक्षक ने इस मामले में वन जीव-जन्तु संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। बरामद हुए कछुए वन विभाग की टीम को सौंप दिए गए हैं।
एक कछुआ देने पर मिलते हैं तीन हजार रुपये
जीआरपी थाना प्रभारी उपेंद्र श्रीवास्तव को सूचना मिली कि अमेठी जिले के रहने वाले तस्कर बाराबंकी से कछुआ लेकर निकले हैं। गोरखपुर में ट्रेन पकड़कर कोलकाता जाएंगे। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी को जानकारी देने के बाद जीआरपी थानेदार ने स्टेशन परिसर में चेकिंग शुरू कर दी। शाम चार बजे प्लेटफार्म नंबर नौ पर आरोपितों के होने की सूचना मिलने पर जीआरपी व आरपीएफ ने घेराबंदी कर एक महिला समेत चार लोगों को दबोच लिया। सामान की तलाशी लेने पर 46 कछुएं बरामद हुए, जिन्हें बांधकर कपड़े की गठरी में रखा गया था। पूछताछ में आरोपितों की पहचान अमेठी जिले के जगदीशपुर, गांधीनगर निवासी सलीम, राकेश, छबिलाल व जत्ती देवी के रूप में हुई। आरोपितों से पूछताछ करने पर पता चला कि कछुए कोलकाता पहुंचने पर उन्हें तीन-तीन हजार रुपये मिलते।
कोलकाता का भोला घोष कराता है तस्करी
पकड़े गए तस्करों से पूछताछ करने पर पता चला कि कोलकाता के रहने वाले भोला घोष के लिए वह काम करते हैं।पहले भी कई बार कछुए की खेप पहुंचा चुके हैं।जीआरपी थाना प्रभारी उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि छबिलाल व जत्ती देवी पहले भी जेल जा चुकी हैं।