Railway News: एनईआर के इस रूट पर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन

सीआरएस के स्पीड ट्रायल के दौरान इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। अब उनकी हरी झंडी के बाद आनंदनगर के रास्ते गोरखपुर से नेपाल सीमा के नौतनवा तक इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें चलने लगेंगी।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 09:30 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 09:30 AM (IST)
Railway News: एनईआर के इस रूट पर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन
आनंदनगर-नौतनवा रूट पर सीआरएस की ट्रेन 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) मोहम्मद लतीफ खान ने गुरुवार को मुख्यालय गोरखपुर और लखनऊ मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आनंदनगर-नौतनवा रूट के विद्युतीकरण का गहन निरीक्षण किया। 25 हजार वोल्ट एसी नई विद्युतकर्षण लाइन के साथ उन्होंने स्टेशनों, रेल लाइनों, पुलों और कर्व आदि के मानकों को भी परखा।

आनंदनगर के रास्ते गोरखपुर से नेपाल सीमा तक शीघ्र चलेंगी इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें

स्पीड ट्रायल के दौरान सीआरएस की इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेन 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। अब उनकी हरी झंडी के बाद आनंदनगर के रास्ते गोरखपुर से नेपाल सीमा के नौतनवा तक इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनें चलने लगेंगी।

ऐसे हुआ न‍िरीक्षण

सीआरएस ने रेलमार्ग का निरीक्षण क‍िया। लगभग 41 किमी लंबे रेलमार्ग पर उन्होंने आनंदनगर-लक्ष्मीपुर के बीच स्थित गेट, ओवरब्रिज तथा इंटरलाक गेट संख्या 20 के विद्युतीकरण, बूम लाक और हाइट गेज का भी अवलोकन किया। लक्ष्मीपुर स्टेशन का भी गहन अवलोकन करने के बाद नौतनवा तक अर्थ फाल्ट की जांच की। गैंग संख्या 52 का भी जायजा लिया। उन्होंने रेल फैक्चर के दौरान आने वाली विषम परिस्थितियों में कार्य करने की तकनीक की भी जानकारी दी। अंत में नौतनवा स्टेशन का अवलोकन किया।

न‍िरीक्षण में यह रहे मौजूद

इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एके शुक्ला, मण्डल रेल प्रबंधक डा मोनिका अग्निहोत्री, प्रमुख परियोजना निदेशक (आरई) सुधांशु कृष्ण दुबे, मुख्य सिग्नल एवं दूर संचार इंजीनियर पीके सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर ओपी सिंह, मुख्य सिग्नल इंजीनियर एके वर्मा, लखनऊ के अपर मंडल रेल प्रबंधक संजय यादव और वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार यादव आदि अधिकारी और संबंधित कर्मचारी मौजूद थे।

यहां जान लें कि नौतनवा तक इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों के चलने से नेपाल को निर्यात किए जाने वाले आटोमोबाइल्स व अन्य सामानों की ढुलाई आसान हो जाएगी। गोरखपुर में इंजन बदलने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। नौतनवा स्टेशन का भी कायाकल्प हो रहा है।

chat bot
आपका साथी