गोरखपुर सर्किट पर इको टूरिज्म का लुफ्त उठा सकेंगे पर्यटक, वन व‍िभाग ने शुरू की तैयारी

गोरखपुर सर्किट जल्द ही लोग लोग इको टूरिज्म का लुत्फ उठा सकेंगे। इस सर्किट में लोग एक साथ गोरखपुर बस्ती देवीपाटन मंडल के साथ गोंडा क्षेत्र के इको टूरिज्म सेंटर को घूमने के साथ वहां के जंगलों का नजारा देख सकेंगे।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 07:30 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 07:30 AM (IST)
गोरखपुर सर्किट पर इको टूरिज्म का लुफ्त उठा सकेंगे पर्यटक, वन व‍िभाग ने शुरू की तैयारी
वन व‍िभाग गोरखपुर सर्किट में लोगों को इको टूरिज्म कराने की तैयारी कर रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर सर्किट (घेरा) जल्द ही लोग लोग इको टूरिज्म का लुत्फ उठा सकेंगे। इस सर्किट में लोग एक साथ गोरखपुर, बस्ती, देवीपाटन मंडल के साथ गोंडा क्षेत्र के इको टूरिज्म सेंटर को घूमने के साथ वहां के जंगलों का नजारा देख सकेंगे। इसे लेकर बुधवार को चिड़ियाघर में अपर मुख्य सचिव ने तीनों मंडल के वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। गोंडा के मुख्य वन संरक्षक सुजाय बनर्जी को इसका प्रस्ताव बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें प्रस्ताव तैयार कर सप्ताह भर के भीतर अपनी रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह व प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव पवन शर्मा को भेजनी होगी।

मुख्य संरक्षक गोंडा को प्रस्ताव तैयार करने की सौंपी गई जिम्मेदारी

चिड़ियाघर में आयोजित बैठक में बताया गया गोरखपुर के साथ प्रदेश में बनारस और आगरा को ईको टूरिज्म सर्किट से जोड़े जाने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसके तहत आने वाले दिनों में ऐसी योजना बनाई जाएगी कि दर्शक अपने परिवार के साथ गोरखपुर समेत इन दोनों मंडलों के पर्यावरणीय महत्व को देखना चाहेंगे। इसके लिए वह विभाग की गाड़ी बुक करके घूम सकेंगे। निदेशक चिड़ियाघर एच राजा मोहन ने बताया कि इको टूरिज्म वाले संरक्षित स्थानों पर वन विभाग की टीम के साथ लोग घूम सकेंगे।

व‍िभाग की गाड़ी से सभी इको टूरिज्म वाले स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा

इसके लिए उन्हें भुगतान करने के साथ दो से तीन दिनों का अवकाश लेना होगा। इसके बाद उन्हें विभाग की गाड़ी से ही सभी इको टूरिज्म वाले स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इको सर्किट बन जाने के बाद लोग चिड़ियाघर, रामगढ़ताल, विनोद वन, बुढ़िया माई का स्थान घूमने के बाद सीधे विभाग के वाहन से महराजगंज पहुंच जाएंगे। वहां परगापुर ताल, सिंगहरना ताल, सोहगीबरवा वाइल्ड लाइफ सेेंचुरी के साथ आस-पास के इको टूरिज्म क्षेत्र का भ्रमण कराएगी।

यहां भी जाएंगे पर्यटक

इसके बाद यदि लोगों के पास समय होगा तो वह कुशीनगर, देवरिया के साथ संतकबीरनगर का बखिरा ताल का भी नजारा देख सकेंगे। ऐसे ही ईको टूरिज्म सर्किट को बनाने और उसकी योजना को तैयार करने की बैठक हुई। इसमें गोंडा के मुख्य वन संरक्षक को इन सभी जिलों के ईको टूरिज्म सेंटर, गाड़ियों, समय, लोग, शुल्क समेत अन्य चीजों के महत्व की रिपोर्ट तैयार करनी है। इसके बाद तैयार किए गए रूट पर एक बार अधिकारी खुद अपने स्तर से दौरा करेंगे। इस दौरान खमियां या जरूरतों को सर्किट योजना से जोड़ा जाएगा। बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव पवन कुमार शर्मा, अपर प्रबंध निदेशक अरविंद गुप्ता, मुख्य वन संरक्षक पूर्वी क्षेत्र बीके चोपड़ा, मुख्य वन संरक्षक गोरखपुर मंडल भीमसेन आदि मौजूद रहे।

गोरखनाथ मंदिर का भी किया दर्शन

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर का भी दर्शन किया। गोशाला देखा। इस दौरान निदेशक चिड़ियाघर, प्रशिक्षु आइएफएस विकास यादव, पशु चिकित्साधिकारी योगेश प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

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