रिकार्डतोड़ बारिश में सूबे का टाप वन जिला बस्ती
जनपद में सर्वाधिक 155 फीसद जल वर्षा का रिकार्ड दर्ज पानी से लबालब भरे हैं ताल-तलैया खेतों में जलभराव
जेएनएन, बस्ती : जनपद में इस बार रिकार्डतोड़ बारिश हुई है। सूबे में सर्वाधिक जल वर्षा वाला टाप-वन जिला बस्ती है। मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही यहां बारिश शुरू हो गई थी। एक जून 2020 से सात अक्टूबर तक औसत 1113.3 मिलीमीटर के सापेक्ष 1726 मिलीमीटर यानी 155 फीसद जल वर्षा हुई है। प्रदेश में इस साल अभी तक यह सबसे उच्चतम रिकार्ड है।
भौगोलिक दृष्टि से बस्ती पूर्वी उत्तर प्रदेश का मध्य भूभाग है। नेपाल सीमा से जुड़े होने के कारण जनपद का कुछ हिस्सा तराई बेल्ट माना जाता है। अमूमन ऋतुओं का यहां विनाशकारी प्रभाव नहीं रहता है। लेकिन इस बार बारिश ने रिकार्ड तोड़ दिया। पहले बेमौसम बारिश हुई। फिर सीजन में भी काली घटाओं ने खूब बारिश की। ताल-तलैया सब लबालब हैं। इस बार नदियों का कल-कल प्रवाह हो रहा है। अधिकतम बारिश होने की वजह से खेत-खलिहान भी पानी से भर गए हैं। पिछले साल इस जनपद में 103 फीसद यानी 1285 मिलीमीटर बारिश का रिकार्ड दर्ज हुआ था। इस साल रिकार्डतोड़ बारिश होने से फसलों को भी क्षति पहुंची है। धान की पैदावार प्रभावित हुई है। आंबेडकरनगर दूसरे और गोरखपुर पांचवें स्थान पर
जल वर्षा के मामले में शीर्ष पांच जनपदों में पहला बस्ती और दूसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर पड़ोसी एवं निकट के जनपद है। बस्ती से सटा पड़ोसी जनपद आंबेडकरनगर को प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। यहां 1293 मिलीमीटर यानी 143 फीसद वर्षा हुई है। तीसरे स्थान पर 1229 मिलीमीटर यानी 142 फीसद वर्षा वाला जनपद चित्रकूट है। चौथे स्थान पर बस्ती का पड़ोसी जनपद सिद्धार्थनगर और पांचवें स्थान पर गोरखपुर जनपद है। प्रदेश में रिकार्डतोड़ बारिश के मामले में बस्ती अव्वल है। इससे भू-गर्भ का जलस्तर काफी बढ़ा है। नदियां, सरोवर पानी से भर गए हैं। इसके तमाम फायदे हैं। कुछ नुकसान भी है। फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए आगणन तैयार कराया जा रहा है। बारिश से हुई फसलों के नुकसान का मुआवजा किसानों को दिलाया जाएगा।
संजेश कुमार श्रीवास्तव, जिला कृषि अधिकारी