Gorakhpur University Admission News: आज बीए और बीकाम में इस संवर्ग के छात्रों का होगा प्रवेश, यह है कट आफ मेरिट
डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में बीए में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग का आयोजन शनिवार को दीक्षा भवन में हुआ। जहां 411 अभ्यर्थियों ने अपना प्रवेश कराया। सोमवार को बीए में ओबीसी व एससी संवर्ग और बीकाम में ईडब्लूएस संवर्ग के अभ्यर्थियों को प्रवेश होगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 में बीए में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग का आयोजन शनिवार को दीक्षा भवन में हुआ। जहां 411 अभ्यर्थियों ने अपना प्रवेश कराया। सोमवार को बीए में ओबीसी व एससी संवर्ग और बीकाम में ईडब्लूएस संवर्ग के अभ्यर्थियों को प्रवेश होगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसके लिए कट आफ मेरिट जारी कर दिया है। विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में शनिवार की सुबह दस बजे से प्रवेश का कार्यक्रम चला।
प्रवेश को लेकर जमकर हुई नारेबाजी
ओबीसी संवर्ग में 194, एसीसी में 211 और एसटी संवर्ग में छ अभ्यर्थियों के प्रवेश हुए। विश्वविद्यालय में प्रवेश के दौरान छात्र नेताओं को रोक दिया गया। ऐसे में उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा देखकर डीन कला संकाय ने विश्वविद्यालय के चौकी इंचार्ज को बुलाया। हालांकि छात्रनेता प्रवेश स्थल तक पहुंचने में सफल रहे। सोमवार को बीए में ओबीसी व एससी और बीकाम में ईडब्लूएस संवर्ग में प्रवेश होगा।
सोमवार की बीए की कट आफ मेरिट
09:30-12:00 बजे : अन्य पिछड़ा वर्ग 82 अंक,
12:30-03:00बजे : अन्य पिछड़ा वर्ग 80 अंक
09:30-3:00 बजे : अन्य पिछड़ा वर्ग के समस्त विशेष संवर्ग, क्षैतिज आरक्षण
09:30-12:00 बजे : अनुसूचित जाति 82-80 अंक,
12:30-03:00 बजे : अनुसूचित जाति 78-74 अंक,
09:30-3:00 बजे : अनुसूचित जाति के समस्त विशेष संवर्ग, क्षैतिज आरक्षण
(09:30-12:00 बजे : अनुसूचित जनजाति 82-70 अंक
09:30-3:00 बजे : अनुसूचित जनजाति के समस्त विशेष संवर्ग, क्षैतिज आरक्षण
09:30-3:00 बजे : आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग, 68 अंक तक
सोमवार की बीकाम की कट आफ मेरिट
11:00-1:00 बजे : आर्थिक रूप से कमजोर 96 अंक तक
स्नातक पाठ्यक्रमोंं में सीबीसीएस लागू करने पर लगी विद्या परिषद की मुहर
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रमों में सीबीसीएस (च्वायस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम) को लागू करने का रास्ता साफ हो गया है । शनिवार को विश्वविद्यालय के संवाद भवन में कुलपति प्रो. राजेश सिंह की अध्यक्षता में आयोजित विद्या परिषद की बैठक में इस व्यवस्था को मंजूरी प्रदान कर दी गई। कार्य परिषद की मुहर लगते इस प्रणाली को इस सत्र से लागू कर दिया जाएगा।
लागू कर दिया जाएगा। इस निर्णय के बाद विश्वविद्यालय प्रदेश का ऐसा पहला राज्य विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर हो गया है, जहां स्नातक, परास्नातक और पीएचडी सभी पाठ्यक्रम सीबीसीएस के आधार पर संचालित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर बीए, बीएससी, बीकाम समेत अन्य स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी को पंडित दीनदयाल पर आधारित दो क्रेडिट के कोर्स को पास करना भी अनिवार्य होगा। यह निर्णय भी विद्या परिषद की बैठक में लिया गया। इसके अलावा पीएचडी अध्यादेश हेतु गठित समिति द्वारा पीएचडी के नए अध्यादेश को भी अनुमोदन प्रदान किया गया। इस संबंध में सुझाव का विकल्प विद्या परिषद ने छोड़ा है।
सभी पाठ्यक्रमों को सीबीसीएस से संचालित करने वाला पहला राज्य विवि बनेगा गोविवि
कुलपति ने बताया कि सरकार की ओर से सीबीसीएस को लागू करने के लिए जो फार्मेट दिया गया था, उसके मुताबिक क्रेडिट लोड की संख्या 160 तक आ रही थी, जिसे मंथन के बाद 132 तक ला दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब पाठ्यक्रम को गुणवत्तापूर्ण बनाने की जिम्मेदारी फेकेल्टी की है। उन्हें विश्वास है कि वह ऐसा करके दिखाएगी। बैठक में सीबीसीएस के मुताबिक तैयार किए गए पाठ्यक्रम को भी विद्या परिषद ने अपना अनुमोदन प्रदान किया। इसके साथ ही सीबीसीएस के अंतर्गत सभी सैद्धांतिक कक्षाओं का संचालन 50 मिनट से 60 मिनट और प्रायोगिक कक्षाओं का संचालन दो घंटे तक किए जाने पर भी विचार किया गया। अंत में महिला अध्ययन केंद्र के तदर्थ पाठ्यक्रमों को भी परिषद की ओर से संस्तुति प्रदान की गई। इन निर्णयों पर अंतिम मुहर के लिए जल्द कार्य परिषद की बैठक बुलाई जाएगी।