गोरखपुर में रेलवे भर्ती परीक्षा में पकड़े गए तीन मुन्नाभाई
भारतीय रेलवे ग्रुप डी लेवल वन के पदों पर भर्ती के लिए चल रही आन लाइन परीक्षा में साल्वर पकड़े गए।
गोरखपुर (जेएनएन)। भारतीय रेलवे ग्रुप डी लेवल वन के पदों पर भर्ती के लिए चल रही आनलाइन परीक्षा के दौरान आरपीएफ और रेलवे की विजिलेंस टीम ने तीन मुन्नाभाई (फर्जी परीक्षार्थी) गिरफ्तार किया है। एक मुन्नाभाई सर्वोदय आन लाइन परीक्षा केंद्र पिपराइच रोड के गेट पर ही हत्थे चढ़ गया।
दर्ज हुआ मुकदमा
संस्थान के प्रभारी की तहरीर पर पिपराइच थाने में उसके विरुद्ध पिपराइच थाने में मुकदमा दर्ज करया है। वहीं बेलीपार क्षेत्र में नौसढ़ स्थित स्वास्तिक आनलाइन सेंटर में परीक्षा दे रहे दो मुन्नाभाई और स्टेशन रोड पर एलोरा होटल से उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया। बुधवार की देर रात आरपीएफ और विजिलेंस टीम ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रही थी। पिपराइच क्षेत्र में सर्वोदय आनलाइन परीक्षा केंद्र में पकड़ा गए मुन्ना भाई की पहचान नालंदा, बिहार के बलवापार, हरनौत के रूप में हुई है।
दूसरे की जगह दे रहा था परीक्षा
पूछताछ में उसने बताया कि वह 20 हजार रुपये लेकर अधिकृत परीक्षार्थी डाक बंगला थाना हरनौत जिला नालंदा, बिहार निवासी अमित कुमार की जगह परीक्षा दे रहा था।
प्रवेश पत्र का मिलान करने पर हुआ खुलासा
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार प्रवेश पत्र और पहचान पत्र में मिलान कराने पर फर्जी परीक्षार्थी की पहचान हुई। फिलहाल मामले की जांच के लिए उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। 17 सितंबर को भी वाराणसी स्थित परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। रेलवे प्रशासन परीक्षा की पारदर्शिता को लेकर सतर्क है। लगातार इसकी निगरानी कराई जा रही है।
यहां भी हुई कार्रवाई
वहीं स्वास्तिक आनलाइन परीक्षा सेंटर में परीक्षा दे रहे दो फर्जी परीक्षार्थियों को रेलवे विजिलेंस और आरपीएफ ने संदेह के आधार पर पकड़ लिया। तीसरी पाली की परीक्षा के दौरान शाम 4 बजे मुख्य सतर्कता निरीक्षक रजनीकांत दूबे और उमाशंकर मिश्र सेंटर पर पहुंचे। सतर्कता निरीक्षकों ने गोरखपुर छावनी में तैनात आरपीएफ के कांस्टेबिल राम प्रकाश सिंह, परीक्षा केंद्र के पर्यवेक्षक धु्रव कुमार श्रीवास्तव के साथ केंद्र का निरीक्षण करना शुरू किया। इस दौरान दो परीक्षार्थियों पर उन्हें संदेह हुआ।
परीक्षा के बाद शाम 5.30 बजे के आसपास सतर्कता निरीक्षकों ने दोनों परीक्षार्थियों को पकड़ लिया। सतर्कता निरीक्षक दोनों परीक्षार्थियों को साथ लेकर आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक पीके सोनी के साथ होटल पहुंच गए। वहां उनके दो और साथी भी गिरफ्त में आ गए। कड़ाई से पूछताछ करने पर सच सामने आ गया। परीक्षार्थियों ने बताया कि अभ्यर्थी रोहित कुमार की जगह राजीव और पंकज की जगह विशाल परीक्षा दे रहे हैं।
बिहार के रहने वाले हैं फर्जी परीक्षार्थी
यह चारो तो पकड़ लिए गए लेकिन उनका सरगना ऋषि कुमार फरार हो गया है। उसकी भी तलाश जारी है। बिहार से चल रहा गोरखपुर में साल्वरों का नेटवर्क रेलवे विजिलेंस टीम और आरपीएफ का दावा है कि साल्वरों का नेटवर्क बिहार से संचालित हो रहा है। पकड़े गए तीनों मुन्नाभाई और अभ्यर्थी बिहार नालंदा के रहने वाले हैं। जल्द ही उनके नेटवर्क का भी पर्दाफाश हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार रेलवे स्टेशनों के सामने वाले होटलों के अलावा महानगर के अन्य होटलों में भी साल्वर ठहरे हुए हैं। उनका गैंग पैसे लेकर मुख्य अभ्यर्थियों की जगह साल्वरों से परीक्षा दिला रहे हैं। होटल के कमरे में पड़ी थी शराब की बोतलें एलोरा होटल के कमरा नंबर 111 और 112 में शराब की बोतलें और सिगरेट भी पड़ी थी। पूरा कमरा अस्त-व्यस्त लग रहा था। अभ्यर्थी साल्वरों को निर्धारित पैसा देने के अलावा खाने-पीने और ठहरने की भी पूरी व्यवस्था करते हैं।
फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जब्त
होटल के कमरे से आरपीएफ और विजिलेंस टीम ने साल्वरों के पास से दर्जनों फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बरामद किया है। मतदाता पहचान पत्र पर फर्जी फोटो चस्पा किया गया है। जबकि, एक ही नाम के कई पते पर फर्जी आधार कार्ड बनाया गया है। पकड़ा गया गैंग अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र को फर्जी बनाकर परीक्षा दिला रहा है।
43 केंद्रों पर चल रही है परीक्षा
17 सितंबर से 43 केंद्रों पर चल रही परीक्षा ग्रुप डी में भर्ती के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के 43 केंद्रों पर 17 सितंबर से आनलाइन परीक्षा चल रही है। गोरखपुर में सात केंद्र, लखनऊ में 23 केंद्र, वाराणसी में नौ केंद्र, हल्द्वानी में तीन केंद्र, बरेली में एक केंद्र बनाए गए हैं। गोरखपुर में इयान डिजिटल जोन स्वास्तिक आनलाइन नौसढ़, बुद्धा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी गीडा, इंदिरा आनलाइन सेंटर बशारतपुर, केआइपीएम कालेज आफ इंजीनिय¨रग एमएसी सेंटर तथा टेक्निकल कैंपस, सर्वोदय आनलाइन परीक्षा केंद्र पिपराइच रोड पर परीक्षा चल रही है।
दर्ज हुआ मुकदमा
संस्थान के प्रभारी की तहरीर पर पिपराइच थाने में उसके विरुद्ध पिपराइच थाने में मुकदमा दर्ज करया है। वहीं बेलीपार क्षेत्र में नौसढ़ स्थित स्वास्तिक आनलाइन सेंटर में परीक्षा दे रहे दो मुन्नाभाई और स्टेशन रोड पर एलोरा होटल से उनके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया। बुधवार की देर रात आरपीएफ और विजिलेंस टीम ज्वाइंट रिपोर्ट तैयार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रही थी। पिपराइच क्षेत्र में सर्वोदय आनलाइन परीक्षा केंद्र में पकड़ा गए मुन्ना भाई की पहचान नालंदा, बिहार के बलवापार, हरनौत के रूप में हुई है।
दूसरे की जगह दे रहा था परीक्षा
पूछताछ में उसने बताया कि वह 20 हजार रुपये लेकर अधिकृत परीक्षार्थी डाक बंगला थाना हरनौत जिला नालंदा, बिहार निवासी अमित कुमार की जगह परीक्षा दे रहा था।
प्रवेश पत्र का मिलान करने पर हुआ खुलासा
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार प्रवेश पत्र और पहचान पत्र में मिलान कराने पर फर्जी परीक्षार्थी की पहचान हुई। फिलहाल मामले की जांच के लिए उसे स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। 17 सितंबर को भी वाराणसी स्थित परीक्षा केंद्र पर दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। रेलवे प्रशासन परीक्षा की पारदर्शिता को लेकर सतर्क है। लगातार इसकी निगरानी कराई जा रही है।
यहां भी हुई कार्रवाई
वहीं स्वास्तिक आनलाइन परीक्षा सेंटर में परीक्षा दे रहे दो फर्जी परीक्षार्थियों को रेलवे विजिलेंस और आरपीएफ ने संदेह के आधार पर पकड़ लिया। तीसरी पाली की परीक्षा के दौरान शाम 4 बजे मुख्य सतर्कता निरीक्षक रजनीकांत दूबे और उमाशंकर मिश्र सेंटर पर पहुंचे। सतर्कता निरीक्षकों ने गोरखपुर छावनी में तैनात आरपीएफ के कांस्टेबिल राम प्रकाश सिंह, परीक्षा केंद्र के पर्यवेक्षक धु्रव कुमार श्रीवास्तव के साथ केंद्र का निरीक्षण करना शुरू किया। इस दौरान दो परीक्षार्थियों पर उन्हें संदेह हुआ।
परीक्षा के बाद शाम 5.30 बजे के आसपास सतर्कता निरीक्षकों ने दोनों परीक्षार्थियों को पकड़ लिया। सतर्कता निरीक्षक दोनों परीक्षार्थियों को साथ लेकर आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक पीके सोनी के साथ होटल पहुंच गए। वहां उनके दो और साथी भी गिरफ्त में आ गए। कड़ाई से पूछताछ करने पर सच सामने आ गया। परीक्षार्थियों ने बताया कि अभ्यर्थी रोहित कुमार की जगह राजीव और पंकज की जगह विशाल परीक्षा दे रहे हैं।
बिहार के रहने वाले हैं फर्जी परीक्षार्थी
यह चारो तो पकड़ लिए गए लेकिन उनका सरगना ऋषि कुमार फरार हो गया है। उसकी भी तलाश जारी है। बिहार से चल रहा गोरखपुर में साल्वरों का नेटवर्क रेलवे विजिलेंस टीम और आरपीएफ का दावा है कि साल्वरों का नेटवर्क बिहार से संचालित हो रहा है। पकड़े गए तीनों मुन्नाभाई और अभ्यर्थी बिहार नालंदा के रहने वाले हैं। जल्द ही उनके नेटवर्क का भी पर्दाफाश हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार रेलवे स्टेशनों के सामने वाले होटलों के अलावा महानगर के अन्य होटलों में भी साल्वर ठहरे हुए हैं। उनका गैंग पैसे लेकर मुख्य अभ्यर्थियों की जगह साल्वरों से परीक्षा दिला रहे हैं। होटल के कमरे में पड़ी थी शराब की बोतलें एलोरा होटल के कमरा नंबर 111 और 112 में शराब की बोतलें और सिगरेट भी पड़ी थी। पूरा कमरा अस्त-व्यस्त लग रहा था। अभ्यर्थी साल्वरों को निर्धारित पैसा देने के अलावा खाने-पीने और ठहरने की भी पूरी व्यवस्था करते हैं।
फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र जब्त
होटल के कमरे से आरपीएफ और विजिलेंस टीम ने साल्वरों के पास से दर्जनों फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बरामद किया है। मतदाता पहचान पत्र पर फर्जी फोटो चस्पा किया गया है। जबकि, एक ही नाम के कई पते पर फर्जी आधार कार्ड बनाया गया है। पकड़ा गया गैंग अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र को फर्जी बनाकर परीक्षा दिला रहा है।
43 केंद्रों पर चल रही है परीक्षा
17 सितंबर से 43 केंद्रों पर चल रही परीक्षा ग्रुप डी में भर्ती के लिए पूर्वोत्तर रेलवे के 43 केंद्रों पर 17 सितंबर से आनलाइन परीक्षा चल रही है। गोरखपुर में सात केंद्र, लखनऊ में 23 केंद्र, वाराणसी में नौ केंद्र, हल्द्वानी में तीन केंद्र, बरेली में एक केंद्र बनाए गए हैं। गोरखपुर में इयान डिजिटल जोन स्वास्तिक आनलाइन नौसढ़, बुद्धा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी गीडा, इंदिरा आनलाइन सेंटर बशारतपुर, केआइपीएम कालेज आफ इंजीनिय¨रग एमएसी सेंटर तथा टेक्निकल कैंपस, सर्वोदय आनलाइन परीक्षा केंद्र पिपराइच रोड पर परीक्षा चल रही है।