देवरिया के बीएसए कार्यालय में तैनात तीन और कर्मचारी बनेंगे आरोपित, जानिए पूरा मामला

देवरिया जिले के दो अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश होने के बाद मामले की जांच कर रही एसआइटी की कार्रवाई अब तेज हो गई है। रिमांड पर लिए गए आरोपितों के बयान के बाद एसआइटी बीएसए कार्यालय में तैनात तीन और कर्मचारियों को आरोपितों बनाने में जुट गई है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 09:30 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 09:30 AM (IST)
देवरिया के बीएसए कार्यालय में तैनात तीन और कर्मचारी बनेंगे आरोपित, जानिए पूरा मामला
देवरिया का जिला बेसिक शिक्षाधिकारी का कार्यालय। फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया जिले के दो अनुदानित विद्यालयों में फर्जीवाड़ा का पर्दाफाश होने के बाद मामले की जांच कर रही एसआइटी की कार्रवाई अब तेज हो गई है। रिमांड पर लिए गए आरोपितों के बयान के बाद एसआइटी बीएसए कार्यालय में तैनात तीन और कर्मचारियों को आरोपितों बनाने में जुट गई है। कुछ नए तथ्य सामने आने की बात कही जा रही है। उधर वित्त एवं लेखाधिकारी समेत अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।

एसटीएफ ने फर्जी अनुमोदन पत्र पर नियुक्ति व भुगतान का किया है पर्दाफाश

एसटीएफ ने लघु माध्यमिक विद्यालय मदरसन व सहदेव पूर्व माध्यमिक विद्यालय में फर्जी अनुमोदन पत्र के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति व भुगतान का पर्दाफाश किया है। वित्त एवं लेखाधिकारी समेत 19 लोगों को एसटीएफ ने आरोपित बनाया है। एसआइटी के सूत्रों का कहना है कि रिमांड पर लिए गए तीन आरोपितों ने बहुत कुछ बताया है। इस आधार पर एसआइटी साक्ष्य जुटाने में जुट गई है। साथ ही तीन और विद्यालयों में फर्जी अनुमोदन पर किए गए नियुक्ति के बारे में भी रिमांड पर लिए गए आरोपितों ने बताया है। उस मामले में भी एसआइटी ने बीएसए से कागजात मांगा है।

बीएसए कार्यालय में तैनात कुछ कर्मचारियों के नाम आए सामने

सीओ सिटी श्रीयश त्रिपाठी ने कहा कि जांच में तेजी आ गई है। बीएसए कार्यालय में तैनात कुछ कर्मचारियों के नाम और सामने आ गए हैं। जल्द ही उनको भी आरोपित बना दिया जाएगा।

पथरदेवा के चार परिषदीय विद्यालयों में लटक रहे ताले

सरकार की निजी विद्यालयों को परिषदीय विद्यालयों से मात दिलाने की योजना है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। पथरदेवा विकास खंड के चार परिषदीय विद्यालय शिक्षक विहीन हैं। वहां ताले लटक रहे हैं। शिक्षक की तैनाती न होने से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। हालांकि अधिकारी जल्द ही शिक्षकों की तैनाती कर व्यवस्था में सुधार कर देने का दावा कर रहे हैं।

शिक्षकविहीन है फरेंदहा जूनियर विद्यालय

फरेंदहा जूनियर विद्यालय में दो शिक्षकों की तैनाती रही। तैनात शिक्षक प्रमोद कुमार का चयन एआरपी के लिए हो गया तो दूसरे शिक्षक राघवेंद्र त्रिपाठी का स्थानांतरण फरवरी में जालौन के लिए हो गया। तभी से यह विद्यालय शिक्षक विहीन है। जबकि यहां कुल 45 छात्रों का नामांकन है। प्राथमिक विद्यालय पिपरा में एक शिक्षक सुभाष त्रिपाठी की तैनाती थी। 31 मार्च को वह सेवानिवृत्त हो गए। बीएसए संतोष राय का कहना है कि शिक्षक विहीन विद्यालय की जानकारी है। जल्द ही शिक्षकों की तैनाती कर दी जाएगी।

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