गोरखपुर में मिले डेंगू के तीन मरीज, गांवों में भी कराया जाएगा एंटी लार्वल का छिड़काव

जिले में इस साल अभी तक डेंगू के तीन मरीज मिल चुके हैं। इनमें से एक में निजी पैथालाजी में डेंगू की पुष्टि हुई है। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो अन्य लखनऊ व प्रयागराज से संक्रमित होकर लौटे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 01:30 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 01:30 PM (IST)
गोरखपुर में मिले डेंगू के तीन मरीज, गांवों में भी कराया जाएगा एंटी लार्वल का छिड़काव
गोरखपुर में मिले डेंगू के तीन मरीज। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जिले में इस साल अभी तक डेंगू के तीन मरीज मिल चुके हैं। इनमें से एक में निजी पैथालाजी में डेंगू की पुष्टि हुई है। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो अन्य लखनऊ व प्रयागराज से संक्रमित होकर लौटे हैं। वे अब संक्रमण से बाहर हो चुके हैं। विभाग ने इस बीमारी की रोकथाम की तैयारियां तेज कर दी है। अब शहर के अलावा गांवों में भी एंटी लार्वल का छिड़काव किया जाएगा। साथ ही आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व एएनम के सहयोग से डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों की पहचान कर उनकी जांच कराई जाएगी।

शहरी क्षेत्र में की गई 10784 मरीजों की जांच

अब तक शहरी क्षेत्र में कुल 10784 मरीजों की जांच की गई है। जांच में उन लोगों को शामिल किया गया था, जिन्हें बुखार था और उनके घरों के आसपास पानी जमा था। किसी में भी डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है। घर की छतों पर फटे टायरों, गमलों, टूटे बर्तनों, फ्रिज व कूलर में पानी जमा होने को लेकर 27 लोगों को नोटिस भी दिया गया। इसके साथ यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर एक सप्ताह के अंदर जमा हुआ पानी नहीं हटाते हैं तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा जिला अस्पताल में 608 लोगों की डेंगू जांच की गई। इसमें भी किसी में डेंगू की पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि निजी अस्पतालों की जांच में तीन डेंगू के मरीज मिले हैं। इनमें बाहर से आए दो मरीज ठीक हो चुके हैं। एक 14 साल की बालिका का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके अलावा निजी पैथालाजी में भी रोज लगभग एक हजार लोगों की डेंगू की जांच की जा रही है। ये सभी जांच रैपिड किट से हो रही है। जिला अस्पताल, बीआरडी मेडिकल कालेज व दो निजी पैथालाजी में रोज सौ से अधिक एलाइजा जांच की जा रही है।

6880 नमूनों की जांच में मिले मलेरिया के दो मरीज

डेंगू के साथ ही मलेरिया को लेकर भी विभाग सतर्क है। इस साल अभी तक 6880 लोगों की जांच की गई। इनमें से मात्र दो में मलेरिया की पुष्टि हुई है। उनका इलाज चल रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. अंगद सिंह ने बताया कि डेंगू व मलेरिया पूरी तरह नियंत्रण में है। अब ग्रामीण क्षेत्र में भी एंटी लार्वल का छिड़काव कराया जाएगा। टीमें तैयार की जा रही हैं।

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