हिस्ट्रीशीटर समेत तीन गिरफ्तार, आपरेशन तमंचा के तहत पुलिस ने की कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सदर कोतवाली पुलिस रविवार की शाम को आपरेशन तमंचा और यातायात नियमों के पालन को लेकर बेलवाकाजी में वाहन चेकिग कर रहे थे। चेकिग के दौरान बागापार निवासी संदेश पुलिस को देखकर भागने लगा। जिसे पकड़ने के बाद उसके पास से एक अवैध तमंचा और एक कारतूस बरामद हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:10 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 06:10 AM (IST)
हिस्ट्रीशीटर समेत तीन गिरफ्तार, आपरेशन तमंचा के तहत पुलिस ने की कार्रवाई
हिस्ट्रीशीटर समेत तीन गिरफ्तार, आपरेशन तमंचा के तहत पुलिस ने की कार्रवाई

महराजगंज: सदर कोतवाली पुलिस ने आपरेशन तमंचा अभियान के क्रम में अवैध असलहों की दुकान चला रहे कोतवाली के सक्रिय हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल के साथ दो ग्राहकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इनके पास से 10 अवैध तमंचा और कारतूस भी बरामद किया गया हैं। हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल बिहार से असलहा और कारतूस की खेप लाकर महराजगंज अपने घर से ही अपराध की दुकान चला रहा था। सोमवार को तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर मामले का पर्दाफाश किया है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सदर कोतवाली पुलिस रविवार की शाम को आपरेशन तमंचा और यातायात नियमों के पालन को लेकर बेलवाकाजी में वाहन चेकिग कर रहे थे। चेकिग के दौरान बागापार निवासी संदेश पुलिस को देखकर भागने लगा। जिसे पकड़ने के बाद उसके पास से एक अवैध तमंचा और एक कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह इसे अराजी जगपुर से खरीदकर ला रहा है। साथ ही अपने साथ केवलापुर निवासी राजेंद्र के भी तमंचा खरीदने की बात बताई। जिसे एक तमंचा और एक कारतूस के साथ फुर्सतपुर शराब की भट्ठी से शराब पीते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों की निशानदेही पर अराजी जगपुर में कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर रामसुरेश उर्फ कोईल के घर पर छापेमारी की गई तो वहां से आठ देसी तमंचा और आठ कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में मुख्य आरोपित रामसुरेश ने बताया कि वह यह असलहे बिहार से लेकर आता है और उसे महराजगंज और सिद्धार्थनगर आदि के लोगों के हाथों बेचता है। 4500 रुपये में बेचता था तमंचा

पुलिस की पूछताछ में मुख्य आरोपित रामसुरेश उर्फ कोईल ने बताया है कि वह बिहार से तीन हजार से 3200 रुपये में एक असलहा लाकर उसे 4500 से पांच हजार रुपये में बेचता था। कारतूस 200 से 300 रुपये में देता था। आरोपित ने यह भी बताया है कि कारतूस भी वह बिहार के ही एक जानने वाले से लेता था। तमंचे की मरम्मत का भी लेता था जिम्मेदारी

मुख्य आरोपित रामसुरेश के अनुसार जिले में अबतक उसने 50 से अधिक तमंचे बेचे हैं। तमंचों की बिक्री के समय ग्राहकों को उसके खराब होने पर उसके मरम्मत कराने का भी आश्वासन देता था। उसके साथ गिरफ्तार हुए संदेश और राजेंद्र ने बताया कि रामसुरेश ने उन्हें भी तमंचा के खराब होने पर मरम्मत कराने का ठिकाना अपना घर ही बताया था। बिहार में भी भेजी गई पुलिस टीम

आपरेशन तमंचा के तहत अवैध असलहों की बरामदगी के साथ ही उसकी जड़ में जाकर निर्माण करने वालों को जेल भेजने के क्रम में महराजगंज पुलिस बिहार में मुख्य आरोपित के उस जानने वाले की तलाश में गई है, जिसके पास से आरोपित तमंचा की खरीद करता था।

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