रातों रात आम से खास बन गया गोरखपुर का यह गांव, इसके व‍िकास पर खर्च होंगे 12.3 करोड़ रुपये

गोरखपुर के चरगांवा ब्लाक के सोनबरसा गांव को 12.3 करोड़ रुपये से आदर्श ग्राम बनाया जाएगा। कारपोरेट पर्यावरण जिम्मेदारी (सीईआर) के तहत हिन्‍दुस्‍तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) यहां काम कराएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और टीसीईएल ने डीपीआर बनानी शुरू कर दी है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 02:35 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 02:35 PM (IST)
रातों रात आम से खास बन गया गोरखपुर का यह गांव, इसके व‍िकास पर खर्च होंगे 12.3 करोड़ रुपये
गोरखपुर ज‍िले के सोनबरसा गांव के व‍िकास पर 12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। हिन्‍दुस्‍तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) चरगांवा ब्लाक के सोनबरसा गांव को 12.3 करोड़ रुपये से आदर्श ग्राम बनाएगा। कारपोरेट पर्यावरण जिम्मेदारी (सीईआर) के तहत एचयूआरएल काम कराएगा। इसके लिए जिला प्रशासन और मेसर्स टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (टीसीईएल) ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनानी शुरू कर दी है। ड्रोन कैमरे से गांव का सर्वे कर जरूरतों की सूची बनाई जा रही है।

टीसीई ने ड्रोन कैमरे से शुरू किया सर्वे

एचयूआरएल के वरिष्ठ प्रबंधक सुबोध दीक्षित के नेतृत्व में शनिवार को जिला प्रशासन और टीसीईएल की टीम सोनबरसा गांव पहुंची। यहां ग्रामीणों से भी टीम ने बात की। सुबोध दीक्षित ने बताया कि एचयूआरएल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता, महाप्रबंधक सीईआर संजय चावला और वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीके दीक्षित ने डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन और मुख्य विकास अधिकारी इंद्रजीत सिंह से बात कर सीईआर के तहत काम कराने के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।

एक सितंबर से शुरू होगा काम

सुबोध दीक्षित ने बताया कि सोनबरसा गांव में टीसीईएल को सर्वे कर 15 अगस्त से पहले डीपीआर सौंप देनी है। एक सितंबर से काम शुरू करा दिया जाएगा। कोशिश होगी कि अगले साल की शुरुआत में ग्रामीणों को सभी सेवाएं समर्पित कर दी जाएं।

यह होगा

एचयूआरएल गांव को एक मोबाइल हास्पिटल यूनिट देगा। इसमें विशेषज्ञों की टीम मौजूद रहेगी। टीम घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण करेगी और परामर्श देगी। विशेष मामलों में टीम बाबा राघवदास मेडिकल कालेज, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान या एसजीपीजीआइ लखनऊ के डाक्टरों से टेलीकांफ्रेसिंग के जरिये जुड़कर इलाज के संबंध में जानकारी हासिल करेगी। इसके अलावा गांव में स्कूल, सड़क, तालाब, नाली, गोसेवा केंद्र आदि की स्थापना की जाएगी।

गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए विशेषज्ञों की टीम करेगी निगरानी  

गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए विशेषज्ञों की टीम निगरानी करेगी। कहा कि एचयूआरएल के कार्यों की प्रशासन के अफसरों ने तारीफ की है। हर कार्य में सहयोग का आश्वासन भी दिया है।

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