यह ट्रेन हुई निरस्‍त, कई का मार्ग बदला, यहां देखें किस मार्ग से जाएगी कौन सी ट्रेन

लखनऊ मंडल के ऐशबाग-डालीगंज स्टेशनों के बीच नान इंटरलाकिंग कार्य के चलते कई ट्रेनों को मार्ग बदल कर चलाया जा रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 12:00 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 03:55 PM (IST)
यह ट्रेन हुई निरस्‍त, कई का मार्ग बदला, यहां देखें किस मार्ग से जाएगी कौन सी ट्रेन
यह ट्रेन हुई निरस्‍त, कई का मार्ग बदला, यहां देखें किस मार्ग से जाएगी कौन सी ट्रेन

गोरखपुर (जेएनएन)। लखनऊ मंडल स्थित ऐशबाग-डालीगंज स्टेशनों के बीच नान इंटरलाकिंग कार्य के चलते  20 सितंबर को लखनऊ जंक्शन से चलने वाली 55050 लखनऊ-नकहा जंगल सवारी गाड़ी और डालीगंज से रवाना होने वाली 55032 डालीगंज-नकहा जंगल सवारी गाड़ी निरस्त रहेगी। वहीं कुछ ट्रेनों का मार्ग भी बदला गया है
गोरखपुर से चलने वाली 12511 राप्तीसागर एक्सप्रेस मल्हौर-दिलकुंशा केबिन-लखनऊ (उत्तर रेलवे)-मानकनगर के रास्ते चलाई जाएगी। गोरखपुर से चलने वाली 15045 गोरखपुर-ओखा एक्सप्रेस मल्हौर-दिलकुंशा केबिन-लखनऊ उत्तर रेलवे-मानकनगर के रास्ते चलेगी। पनकी से चलने वाली 64260 पनकी-लखनऊ जंक्शन मेमू लखनऊ उत्तर रेलवे पर पहुंचेगी।
लखनऊ जंक्शन से चलने वाली 64272 लखनऊ जंक्शन-बाराबंकी मेमू ट्रेन लखनऊ उत्तर रेलवे से चलाई जाएगी। 18 सितंबर को त्रिवेंद्रम सेंट्रल से चलने वाली 12512 राप्तीसागर एक्सप्रेस मानकनगर-लखनऊ उत्तर रेलवे-दिलकुंशा केबिन-मल्हौर के रास्ते चलाई जाएगी।

स्वयंसेवक ले रहे यात्री सुविधाओं का फीडबैक
गोरखपुर :
रेलवे स्टेशनों पर और ट्रेनों में मिलने वाली यात्री सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाएगा।  इसके लिए यात्रियों से ही फीडबैक लिए जा रहे हैं। फीडबैक के लिए स्वयंसेवकों का सहयोग लिया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की पहल पर एनसीसी, एनएसएस और रेलवे स्काउट्स-गाइड्स ने गोरखपुर जंक्शन पर यात्रियों से फीडबैक लिया। इसके अलावा स्वयंसेवकों ने लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में पडऩे वाले स्टेशनों और ट्रेनों में भी यात्रियों की राय ली। फीडबैक के लिए रेलवे प्रशासन ने फार्म तैयार किया है। स्वयंसेवक फार्म के जरिये ही यात्रियों से उनके लिखित सुझाव मांग रहे हैं। फार्म में यात्री पीएनआर और मोबाइल नंबर सहित पूरा विवरण भर रहे हैं। इसके अलावा वह स्वच्छता, जल की उपलब्धता, खानपान, समय पालन, सुरक्षा, चिकित्सा, बेडरोल की गुणवत्ता के साथ रेलकर्मी के व्यवहार के बारे में भी सुझाव दे रहे हैं। प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक शिवराज सिंह के मार्गदर्शन में सहायक वाणिज्य प्रबंधक टिकट जांच राजाराम और महाप्रबंधक के सचिव पीके मिश्र की टीम इस अभियान की निगरानी कर रही है।
दरअसल, स्टेशनों और ट्रेनों में मिल रही यात्री सुविधाओं के बारे में रेलवे बोर्ड को सही जानकारी नहीं मिल रही है। रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी अपने हिसाब से बोर्ड को जानकारी उपलब्ध करा देते हैं। जबकि, इधर यात्री सुविधाओं को लेकर लगातार शिकायतें बढऩे लगी हैं। ऐसे में रेलवे बोर्ड ने थर्ड पार्टी (स्वयंसेवकों) से फीडबैक लेने के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है।
कारखाना कर्मियों को अब मिलेगा कंप्यूटराइज्ड पास
गोरखपुर :
रेलवे यांत्रिक कारखाना में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें सुविधा पास के लिए कार्यालयों में संबंधित कर्मचारियों के पास भटकना नहीं पड़ेगा। कंप्यूटरीकृत पास सुविधा केंद्र पर ही उन्हें कंप्यूटराइज्ड पास मिल जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे महिला कल्याण संगठन की सचिव सुजाता सिंह ने कंप्यूटरीकृत पास सुविधा केंद्र का उद्घाटन किया। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव के अनुसार कंप्यूटरीकृत पास पर यात्रा विवरण का पूरा ब्यौरा दर्ज होगा। सुविधा केंद्र में कर्मचारियों के पास का लेखा-जोखा भी रहेगा। सुविधा केंद्र की स्थापना में वीके द्विवेदी और सुभाष चंद्र ने सराहनीय योगदान दिया है। उद्घाटन अवसर पर प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर एके सिंह, मुख्य कारखाना प्रबंधक एसी बेसरा और एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्त आदि मौजूद थे।

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