इस बार भी झूलेलाल मंदिर में नहीं मन पाएगा महोत्सव Gorakhpur News
गोरखपुर में भगवान झूलेलाल का मंदिर निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। जबकि प्रशासन ने जमीन दे दी है। गत 11 मार्च को भूमि पूजन भी हो चुका है। श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार भी झूलेलाल महोत्सव शायद मंदिर में न मन पाए।
गोरखपुर, जेएनएन। सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल का मंदिर निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। जबकि प्रशासन ने जमीन दे दी है। गत 11 मार्च को भूमि पूजन भी हो चुका है। श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार भी झूलेलाल महोत्सव शायद मंदिर में न मन पाए। क्योंकि अभी निर्माण शुरू ही नहीं हो पाया है।
जुलाई के पहले सप्ताह से शुरू होगा निर्माण
मोहद्दीपुर- जंगल कौडिय़ा सड़क के चौड़ीकरण में झूलेलाल मंदिर को तोडऩा पड़ा था। मंदिर निर्माण के लिए जिला प्रशासन ने तत्काल मंदिर के सामने दूसरी पटरी पर 1600 वर्ग फीट जमीन दे दी, जिसका कुछ हिस्सा सड़क चौड़ीकरण में चला गया है। वर्तमान में 1384 वर्ग फीट जमीन बची हुई, जिसमें झूलेलाल मंदिर का निर्माण होना है।
इसका भूमि पूजन महापौर सीताराम जायसवाल ने महाशिवरात्रि के दिन गत 11 मार्च को कर दिया था। अब मंदिर का निर्माण समाज के सहयोग से झूलेलाल समिति कराएगी। समिति ने जुलाई के पहले सप्ताह से निर्माण शुरू कराने की योजना बनाई है। निर्माण पूरा होने में लगभग एक साल लग सकते हैं और महोत्सव 25 अगस्त को मनाया जाता है।
पिछले वर्ष भी एक मैरेज हाल में महोत्सव आयोजित किया गया था। इस बार भी मंदिर निर्माण 25 अगस्त के पहले पूरा होता नहीं दिख रहा है। फिलहाल निर्माण की तैयारी चल रही है। - राजेश नेभानी, अध्यक्ष, भारतीय सिंधी सभा।
मंदिर भगवान का दरबार होने के साथ ही लोगों में एकता की भावना का संचार करता है। जब मंदिर था तो पूजा-अर्चना के अलावा एक साथ लोग समस्याओं पर विचार भी करते थे। - नरेश बजाज, सदस्य, सिंधी अकादमी।
अभी हम लोग घरों में भगवान की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आम जन से सहयोग लेकर शीघ्र ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। महोत्सव से पूर्व मंदिर निर्माण की उम्मीद कम है। - हरीश कर्मचंदानी, उपाध्यक्ष, पूज्य झूलेलाल सेवा मंडल।
झूलेलाल जयंती के दिन गत 13 अप्रैल को निर्माण शुरू करा दिया गया था। इसी बीच कोरोना महामारी आ गई। इसलिए निर्माण बंद करा दिया गया। जुलाई के पहले सप्ताह में पुन: शुरू कराया जाएगा। - अर्जुन वालानी, अध्यक्ष, झूलेलाल समिति।