गोरखपुर में वायरल फीवर के मरीजों की तादात बढ़ी, यह बरतें सावधानी Gorakhpur news
गोरखपुर में वायरल से प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मरीजों को दवा के साथ सावधानी बरतने की भी जानकारी दी जा रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। डॉक्टर साहब, मुझे दो दिन से बुखार है, सिर दर्द से फटा जा रहा है, बदन दर्द व जुकाम के साथ कंपकंपी हो रही है, कमजोरी इतनी हो गई है कि बोलने की इच्छा नहीं है, लगता है जान निकल जाएगी, कुछ कीजिए। छींकते हुए रुस्तमपुर के दिनेश सिंह ने जिला अस्पताल के डॉक्टर को अपनी परेशानी बताई। डॉक्टर ने तत्काल पूछा, बाजार का सामान खाए थे क्या। डॉक्टर के सवाल के साथ ही दिनेश ने हां में सिर हिलाया।
डॉक्टर ने खून की जांच के साथ सात दिन की दवा लिख दी। जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में इन दिनों इस तरह के मरीजों का आना आम बात हो गई है। बुखार के साथ दर्द के मरीज आ रहे हैं। डॉक्टर लक्षण देखते ही बता दे हैं कि यह वायरल है और कम से कम सात दिन की दवा चलेगी। साथ ही धूप में बाहर न निकलने की हिदायत भी दे रहे हैं। वायरल के साथ दस्त के भी मामले बढ़े वायरल के साथ दस्त के भी मामले बढ़े हैं।
पेट में इंफेक्शन होने से लूज मोशन और गैस की समस्या बढ़ती जा रही है। बिना एंटीबायोटिक दिए वायरल और दस्त का इलाज नहीं हो पा रहा है। युवा बन रहे ज्यादा शिकार जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. बीके सुमन कहते हैं कि इस बार वायरल का ट्रेंड थोड़ा बदला है। बाहर का दूषित पदार्थ खाकर 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग वाले युवा ज्यादा वायरल की चपेट में आ रहे हैं। सबकी एक कहानी है। कई को टायफाइड भी मिल रहा है। घर में एक को हुआ तो फैलने की आशंका बशारतपुर निवासी नितीश मिश्र के बेटे को पहले बुखार हुआ। अभी उसका इलाज शुरू किया तो बिटिया भी चपेट में आ गई। तीसरे दिन खुद नितीश मिश्र भी वायरल की चपेट में आ गए।
मतलब यदि परिवार में एक सदस्य को भी वायरल हो गया तो पूरे परिवार को इसकी चपेट में आने से कोई नहीं रोक सकता है। तत्काल डाक्टर के पास जाना जरूरी वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अखिलेश सिंह कहते हैं कि यदि परिवार में किसी एक को वायरल हुआ है तो पूरे परिवार को होने की आशंका है। यदि किसी को वायरल हुआ है तो अन्य लोगों को खुद सचेत हो जाना चाहिए।
यदि बुखार हो रहा है तो पैरासीटामाल की गोली लें और तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाएं। वायरल हो गया तो यह करें वायरल होने पर धूप में घर से बाहर न निकलें, धूप में धूल कण अधिक होने से हो सकते हैं बीमार, सास के रोगी के लिए धूल भरी हवा हो सकती है खतरनाक, गर्मी में तली हुई चीजों से रखें परहेज, हल्के खाद्य पदार्थ का सेवन करें, शरीर में पानी की कमी न आने दें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।
डॉक्टर ने खून की जांच के साथ सात दिन की दवा लिख दी। जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में इन दिनों इस तरह के मरीजों का आना आम बात हो गई है। बुखार के साथ दर्द के मरीज आ रहे हैं। डॉक्टर लक्षण देखते ही बता दे हैं कि यह वायरल है और कम से कम सात दिन की दवा चलेगी। साथ ही धूप में बाहर न निकलने की हिदायत भी दे रहे हैं। वायरल के साथ दस्त के भी मामले बढ़े वायरल के साथ दस्त के भी मामले बढ़े हैं।
पेट में इंफेक्शन होने से लूज मोशन और गैस की समस्या बढ़ती जा रही है। बिना एंटीबायोटिक दिए वायरल और दस्त का इलाज नहीं हो पा रहा है। युवा बन रहे ज्यादा शिकार जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. बीके सुमन कहते हैं कि इस बार वायरल का ट्रेंड थोड़ा बदला है। बाहर का दूषित पदार्थ खाकर 18 से 40 वर्ष की आयु वर्ग वाले युवा ज्यादा वायरल की चपेट में आ रहे हैं। सबकी एक कहानी है। कई को टायफाइड भी मिल रहा है। घर में एक को हुआ तो फैलने की आशंका बशारतपुर निवासी नितीश मिश्र के बेटे को पहले बुखार हुआ। अभी उसका इलाज शुरू किया तो बिटिया भी चपेट में आ गई। तीसरे दिन खुद नितीश मिश्र भी वायरल की चपेट में आ गए।
मतलब यदि परिवार में एक सदस्य को भी वायरल हो गया तो पूरे परिवार को इसकी चपेट में आने से कोई नहीं रोक सकता है। तत्काल डाक्टर के पास जाना जरूरी वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. अखिलेश सिंह कहते हैं कि यदि परिवार में किसी एक को वायरल हुआ है तो पूरे परिवार को होने की आशंका है। यदि किसी को वायरल हुआ है तो अन्य लोगों को खुद सचेत हो जाना चाहिए।
यदि बुखार हो रहा है तो पैरासीटामाल की गोली लें और तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाएं। वायरल हो गया तो यह करें वायरल होने पर धूप में घर से बाहर न निकलें, धूप में धूल कण अधिक होने से हो सकते हैं बीमार, सास के रोगी के लिए धूल भरी हवा हो सकती है खतरनाक, गर्मी में तली हुई चीजों से रखें परहेज, हल्के खाद्य पदार्थ का सेवन करें, शरीर में पानी की कमी न आने दें। ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।