युवती से कर रहे थे छेडख़ानी, विरोध करने पर भाइयों को पीटा, पांच दिन बाद दर्ज हुआ मुकदमा

गुलरिहा इलाके की एक युवती दो भाइयों के साथ बाइक से जा रही थी। गुलरिहा थाने के पास शोहदों ने उसके साथ छेडखानी शुरू कर दी। विरोध करने पर शोहदों ने युवती के भाइयों को पीट दिया। पांच दिन बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 11:05 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 11:05 AM (IST)
युवती से कर रहे थे छेडख़ानी, विरोध करने पर भाइयों को पीटा, पांच दिन बाद दर्ज हुआ मुकदमा
युवती से छेडखानी, विरोध करने पर उसके भाइयों को पीटा। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। भाइयों के साथ बाइक से घर जा रही युवती के साथ मनबढ़ों ने गुलरिहा थाने के पास छेडख़ानी शुरू कर दी। विरोध करने पर भाइयों की पिटाई कर शोहदे फरार हो गए। शिकायत करने पर गुलरिहा पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।एसएसपी के आदेश पर थानेदार ने पांच दिन अज्ञात युवकों के खिलाफ मारपीट व छेडख़ानी का केस दर्ज किया।

युवती की चाची ने एसएसपी से लगाई थी गुहार

गुलरिहा क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि छह सितंबर की रात में आठ बजे उनकी भतीजी अपने भाइयों के साथ बाइक से घर जा रही थी। गुलरिहा थाने के पास तीन बाइक से आए छह युवकों ने भतीजी से छेडख़ानी शुरू कर दी। विरोध करने पर अपने साथियों को बुलाकर पिटाई कर दी। घटना की सूचना तुरंत उन्होंने पुलिस को दी। मौके पर जब तक सिपाही पहुंचे आरोपित फरार हो गए।

लोक अदालत में एक लाख 26 हजार से अधिक मामले निस्तारित

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में शनिवार को दीवानी न्यायालय परिसर में आयोजित लोक अदालत में एक लाख छह हजार 400 मामले निस्तारित किए गए। विभिन्न फौजदारी न्यायालयों द्वारा कुल 18 हजार 658 आपराधिक वादों का निस्तारण कर पांच लाख 93 हजार 890 रुपए अर्थदंड वसूल किया गया। लोक अदालत में कुल एक लाख 26 हजार 756 मामले नियत किए गए थे। इनमें से एक लाख छह हजार 400 वादों का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर किया गया।

जनपद न्‍यायाधीश ने किया उद्घाटन

लोक अदालत का उद्घाटन सुबह साढ़े दस बजे जनपद न्यायाधीश तेज प्रताप तिवारी ने किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवेंद्र कुमार ने बताया कि लोक अदालत में प्रधान परिवार न्यायाधीश देवेन्द्र सिंह, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी वीर नायक सिंह, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी भगवती सक्सेना, अपर जनपद न्यायाधीश सत्यानंद उपाध्याय, लोक अदालत के नोडल अधिकारी जय प्रकाश, स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन गिरिजेश कुमार पाण्डेय, बार एसोसिएशन सिविल कोर्ट के अध्यक्ष भानु प्रताप पांडेय, मंत्री अनुराग दूबे सहित सभी न्यायिक अधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, उप जिलाधिकारियों सहित अन्य राजस्व अधिकारियों की सक्रिय सहभागिता रही।

जनपद न्‍यायाधीश ने 23 वादों को किया निस्‍तारित

लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश द्वारा 23 वादों का निस्तारण किया गया। पीठासीन अधिकारी वाणिज्यिक न्यायालय द्वारा 23 वादों का निस्तारण किया गया। सभी पारिवारिक न्यायालयों द्वारा 51 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी द्वारा कुल दो सौ दो वादों, स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन द्वारा पांच, उपभोक्ता आयोग के चेयरमैन द्वारा पांच वादों का निस्तारण किया गया। राजस्व व अन्य विभागों द्वारा कुल 85 हजार 807 वादों का निस्तारण किया गया। प्री-लिटिगेशन स्तर पर विभिन्न बैंकों, कंपनियों व भारत दूरसंचार निगम से संबंधित कुल एक हजार 395 वादों का निस्तारण कर दो करोड़ 67 लाख 20 हजार 440 रुपये समझौता राशि वसूल की गई।

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