गीडा में न हो जलजमाव, इसके लिए 21 करोड़ रुपये खर्च करेगा प्राधिकरण Gorakhpur News

गीडा के सेक्टर 13 में डी-1 से लेकर डी-6 तक में स्थापित औद्योगिक इकाइयों में बरसात के दिनों में पानी भर जाता है। मौजूदा नालों की बनावट कुछ ऐसी है कि बारिश का पानी बाहर जाने की बजाए ओवरफ्लो या रिवर्स होकर औद्योगिक इकाइयों के परिसर में चला जाता है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 10:23 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 10:23 AM (IST)
गीडा में न हो जलजमाव, इसके लिए 21 करोड़ रुपये खर्च करेगा प्राधिकरण Gorakhpur News
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण का कार्यालय। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के सेक्टर 13 एवं 15 में उद्यमियों को अगली बरसात में जल जमाव की समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। गीडा की ओर से जल निकासी के लिए नाला एवं नाली का निर्माण जल्द शुरू करा दिया जाएगा। आवागमन को दुरुस्त बनाने के लिए सड़क को ऊंचा भी किया जाएगा। प्राधिकरण की ओर से इन परियोजनाओं पर 21 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का अनुमान है।

गीडा के इन सेक्‍टरों में लगता है पानी

गीडा के सेक्टर 13 में डी-1 से लेकर डी-6 तक में स्थापित औद्योगिक इकाइयों में बरसात के दिनों में पानी भर जाता है। मौजूदा नालों की बनावट कुछ ऐसी है कि बारिश का पानी बाहर जाने की बजाए ओवरफ्लो या रिवर्स होकर औद्योगिक इकाइयों के परिसर में चला जाता है। सेक्टर 13 में औद्योगिक इकाई संचालित करने वाले उद्यमी आरएन सिंह एवं आकाश जालान का कहना है कि टेक्सटाइल फैक्ट्री, जेठूजी दाल मिल, वेल्ड इंडिया आदि इकाइयों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। गीडा प्रशासन ने इन सस्‍याओं को दूर करने के लिए प्‍लान बना लिया है।

पिछले बरसात में लग गया था पानी

पिछले बरसात में भी पानी भर जाने के कारण यहां के उद्यमियों को परेशानी का सामना करना पड़ा था। उद्यमियों के संगठन ने कई बार गीडा प्रबंधन से मिलकर अपनी समस्या बताई थी। उद्यमियों की समस्या का संज्ञान लेते हुए गीडा प्रबंधन ने यहां जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने की योजना बनाई और काम का टेंडर भी जारी कर दिया गया। उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले बरसात तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

सेक्टर 13 एवं सेक्टर 15 में सड़क, नाले एवं नाली का काम कराया जा रहा है। इन कार्यों का टेंडर जारी कर दिया गया है। प्रयास है कि बरसात से पहले ही काम पूरा कर लिया जाए। - संजीव रंजन, सीईओ गीडा

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