नहीं होगी परीक्षा, प्रमोट होंगे कक्षा एक से आठ तक के छात्र Gorakhpur News

गोरखपुर जनपद में लगभग तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं जो सत्र-2020-21 में बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में पहुंच जाएंगे। हालांकि सीबीएसई व यूपी बोर्ड कक्षा आठ तक के बच्चों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 10:54 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 09:00 PM (IST)
नहीं होगी परीक्षा, प्रमोट होंगे कक्षा एक से आठ तक के छात्र Gorakhpur News
गोरखपुर में प्राइमरी के तीन लाख बच्‍चे बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में प्रमोट होंगे। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक के छात्र इस साल भी बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में जाएंगे। कक्षा स्तर पर आकलन कर छात्रों को प्रमोट किया जाएगा। शासन ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। जनपद में लगभग तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं, जो सत्र-2020-21 में बिना परीक्षा दिए अगली कक्षा में पहुंच जाएंगे। हालांकि सीबीएसई व यूपी बोर्ड कक्षा आठ तक के बच्चों की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। सीबीएसई स्कूलों ने ऑनलाइन परीक्षा कराने की तैयारी की है। कुछ स्कूलों में परीक्षा शुरू भी हो गई है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि फिलहाल यह आदेश परिषदीय स्कूलों के लिए ही प्रभावी रहेगा।

11 माह तक स्कूल बंद रहे स्‍कूल

शैक्षिक सत्र 2020-21 में कोरोना के कारण 11 माह तक स्कूल बंद रहें, जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित रहा। इसके पहले सरकार ने शैक्षिक सत्र 2019-20 में भी बच्चों को बिना परीक्षा के पास किया था। जुलाई से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हुईं, लेकिन परिषदीय स्कूलों में कमजोर व गरीब तबके के बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण ऑनलाइन क्लास का लाभ नहीं उठा सके।

सीखने-पढ़ने की क्षमता का होगा आकलन

प्रमोट करने से पूर्व असेसमेंट में प्रेरणा ज्ञानोत्सव के जरिये बच्चों के सीखने व पढ़ने की क्षमता का आकलन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा इस समय सौ दिन का प्रेरणा ज्ञानोत्सव कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत कक्षा स्तर पर बच्चों का असेसमेंट किया जाएगा। इसी के आधार पर उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा।

वर्तमान में जनपद के परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक में लगभग तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं। शासन के निर्देश के क्रम में इनका कक्षा स्तर पर आकलन कर प्रमोट किया जाएगा। प्रेरणा ज्ञानोत्सव के जरिये सभी बच्चों के सीखने व पढ़ने की क्षमता का देखी जाएगी। - बीएन सिंह, बीएसए।

chat bot
आपका साथी