कुशीनगर में बौद्ध सर्किट के पर्यटन विकास पर होगा मंथन

कुशीनगर में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों के बीच पर्यटन की संभावनाएं तलाशने के लिए देश की विभिन्न टूर एंड ट्रेवेल कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे इनकी चर्चा के बीच विकास की संभावनाओं को लेकर तैयार होंगी योजनाएं कार्यक्रम में पर्यटन मंत्रालय के दिग्गज भी मौजूद रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 06:30 AM (IST)
कुशीनगर में बौद्ध सर्किट के पर्यटन विकास पर होगा मंथन
कुशीनगर में बौद्ध सर्किट के पर्यटन विकास पर होगा मंथन

कुशीनगर : 20 व 21 अक्टूबर को बौद्ध सर्किट में पर्यटन विकास पर मंथन होगा। पर्यटन मंत्रालय के इस आयोजन में देश के दिग्गज टूर-ट्रेवेल व होटल उद्योग के 33 कारोबारी और पर्यटन मंत्रालय के 40 अधिकारी जुट रहे हैं। बौद्ध सर्किट में पर्यटन, आगे का रास्ता, विषय पर दो दिन तक चलने वाली इस कांफ्रेंस में बौद्ध सर्किट में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर चर्चा और योजना तैयार होगी।

20 अक्टूबर को कुशीनगर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम की समाप्ति के बाद एक होटल के सभागार में यह कांफ्रेंस शुरू होगी। प्रमुख कारोबारियों में महाराष्ट्र के मंगोलियन हास्पिटिलिटी प्रालि. के सुनीत कोठारी, दिल्ली के इंपैक टूर प्रालि. के नरेश कुमार शर्मा,ताज गंगेज के विवेक शर्मा, होटल क्लार्क वाराणसी के उपेंद्र गुप्ता, बिहार के डोमेस्टिक टूर आपरेटर के प्रभात कुमार समेत सिद्धार्थ इंटरनेशनल, मिडटाउन ट्रेवेल्स, टूर मास्टर, विजिट बिहार, धर्मा स्ट्रीट, ट्रेवेल ओसियन, ताज गंगेज वाराणसी, होटल क्लार्क वाराणसी समेत बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र की टूर ट्रेवेल, होटल समूह के लोग शामिल हैं। पर्यटन मंत्रालय की योजना बौद्ध सर्किट के कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा, कपिलवस्तु, सारनाथ, बोधगया समेत बुद्ध से जुड़े प्रमुख स्थलों तक पर्यटन आधारित संसाधन को अधिकाधिक विकसित करने की है। कुशीनगर एयरपोर्ट से विमानों का परिचालन शुरू हो जाने के बाद निकट भविष्य में बौद्ध सर्किट के पर्यटन के बूम कर जाने की संभावना को देखते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय व राज्य पर्यटन विभाग पर दबाव बढ़ गया है। पर्यटन मंत्रालय वाराणसी के अतिरिक्त निदेशक, सूचना अधिकारी अमित और गोरखपुर-आजमगढ़ मंडल के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि बौद्ध सर्किट के पर्यटन विकास को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार समन्वित रूप से कार्य कर रही है। कांफ्रेंस में मंथन होगा और कार्य योजना बनेगी।

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