Panchayat Election 2021: अंतिम समय में मतदाता सूची में हुई थी गड़बड़ी, कई प्रत्याशियों के नाम हो गए थे गायब Gorakhpur News
मतदान के दिन कई गांवों से इस तरह की शिकायतें आयी थीं कि वहां की मतदाता सूची से कई लोगों का नाम कट गया और कुछ नाम फर्जी तरीके से जोड़ दिए गए। इसमें कई प्रत्याशियों के नाम कट गए थे।
गोरखपुर, जेएनएन। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में 15 अप्रैल को ही मतदान भले संपन्न हो गया हो लेकिन प्रशासन की नजर ऐसे लोगों पर है, जिन्होंने मतदाता सूची में अंतिम समय में गड़बड़ी की है। मतदान के दिन कई गांवों से इस तरह की शिकायतें आयी थीं कि वहां की मतदाता सूची से कई लोगों का नाम कट गया और कुछ नाम फर्जी तरीके से जोड़ दिए गए। सूची में गड़बड़ी करने वाले यदि यह सोच रहे हैं कि उनका कुछ नहीं होने वाला तो उनकी सोच गलत साबित होने वाली है। प्राप्त शिकायतों के आधार पर प्रशासन सूची में गड़बड़ी करने करने वाले लोगों को चिन्हित करने में लगा है।
मतदान के दिन गगहा क्षेत्र के गांव नेवादा में प्रधान पद की एक प्रत्याशी ने शिकायत की कि जो मतदाता सूची बूूथ पर पहुंची, उसमें उनका तथा उनके परिवार का नाम गायब है। गांव के कई अन्य लोगों का नाम भी गायब था। सूची में उनके नाम लाल रंग की कलम से काटे गए थे। जबकि प्रत्याशी को चुनाव चिन्ह भी आवंटित था। एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद उन्हें वोट देने का मौका तो मिल गया लेकिन अन्य लोग वोट नहीं दे सके। प्रत्याशी ने शिकायत में कहा था कि अंतिम सूची में उन सभी लोगों के नाम शामिल थे, जिन्हें पूरक सूची में विलोपित दिखाया गया। बेलघाट क्षेत्र के एक गांव में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। खजनी क्षेत्र के कई गांव से ऐसी शिकायत मिली थी। सहजनवां क्षेत्र के भड़सार गांव में भी अंतिम समय में मतदाता सूची से नाम गायब होने की शिकायत मिली थी। जंगल कौडिय़ा के मझगांवा में भी ऐसी स्थिति आयी। इस तरह जिले के कई गांवों में मतदाता सूची में हेरफेर की शिकायत मिली। इसी के चलते कई स्थानों पर विवाद भी हुआ। इनमें से कई लोगों ने प्रशासन को शिकायत की है।
22 जनवरी को हुआ था अंतिम सूची का प्रकाशन
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 22 जनवरी 2021 को किया गया था। इसमें आपत्तियों के निस्तारण के बाद जिनके नाम सही मिले, उसे ही दर्ज किया गया था। जिनके नाम शामिल थे, उनसे जुड़ा दस्तावेज भी दिया गया था। पर, नामांकन के आखरी दिन यानी चार अप्रैल को जो पूरक सूची आयी, उसमें कई लोगों के नाम कट गए। जिन्हें पहले से भनक लगी, वे शिकायत लेकर अधिकारियों तक पहले ही पहुंचे थे। पर, कई प्रत्यशियों एवं उनके समर्थकों को मतदान के दिन ही इस बात की भनक लग सकी थी। एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश सिंह का कहना है कि इस तरह की काफी शिकायतें मिली हैं कि कई स्थानों पर मतदाता सूची में अंतिम समय पर गड़बड़ी की गई है। इसकी जांच करायी जा रही है। जो जिम्मेदार मिलेगा, उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।