यहां हादसों में प्रतिदिन होती है एक मौत, यह है कारण Gorakhpur News
गोरखपुर की 25 सड़कें मौत के लिए जानी जाती हैं। सर्वे के बाद आरटीओ ट्रैफिक और लोक निर्माण विभाग की टीम ने इन्हें ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित किया। इन स्थानों पर ज्यादा हादसा होने की वजह यातायात नियमों की अनदेखी और खराब इंजीनियरिंग है।
गोरखपुर, जेएनएन। हादसा रोकने के लिए 18 जनवरी से जिले में एक माह का सड़क सुरक्षा अभियान शुरू होगा। 32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा अभियान के तहत होने वाले कार्यक्रम में कोविड नियमों का पालन करते हुए जिले के सभी प्रमुख चौराहा व बाजार में नुक्कड़ नाटक होगा। आनलाइन स्लोगन व निबंध, पेंटिंग प्रतियोगिता में बनाए गए स्लोगन, निबंध व पेंटिंग को फेसबुक व ट्वीटर एकाउंट पर टैग किया जाएगा। एक माह चलने वाले अभियान में हर सप्ताह अलग-अलग थीम पर जांच अभियान चलेगा जिसमें हेलमेट-सीटबेल्ट, ओवर स्पीड, नाबालिग द्वारा वाहन चलाने, फिटनेस, परमिट, प्रदूषण, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट की जांच होगी।
वर्ष 2020 में 270 ने गवाई जान, 430 लोग हुए घायल
गोरखपुर की 25 सड़कें मौत के लिए जानी जाती हैं। सर्वे के बाद आरटीओ, ट्रैफिक और लोक निर्माण विभाग की टीम ने इन्हें ब्लैक स्पाट के रूप में चिन्हित किया। इन स्थानों पर ज्यादा हादसा होने की वजह यातायात नियमों की अनदेखी और खराब इंजीनियरिंग है। 2019 में अधिकारियों ने हादसों की सर्वे रिपोर्ट तैयार कराई थी। इसमें हादसों का सबसे बड़ा कारण तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना है। वहीं दूसरा कारण गलत तरीके से ओवरटेक करना सामने आया है। सर्वे से पहले जिले में 15 ब्लैक स्पाट थे। सर्वे के बाद 10 नए बढ़ गए। कोहरे के समय इन स्थानों पर अक्सर हादसे होते है। वर्ष 2020 में 550 हादसे हुए जिसमें 270 की मौत हुई। जबकि 430 लोग गंभीर रुप से घायल हुए।
हादसे वाले स्थान
सोनबरसा, कोनी तिराहा, कस्बा पीपीगंज, रामनगर करजहां, जंगल धूषण से पिपराइच, चौरी चौरा से भोपा बाजार, बेलो सिधावल, मरचहवा बाबा तिराहा, देवीपुर, रामपुर बुजुर्ग, चवरिया खुर्द, बोकटा, खजांची चौराहा, चौमुखा,भीटी रावत, कसीहार, बगहावीर मंदिर, बोकटा, दाना पानी होटल, भीटीरावत, रावतगंज, फुटहवा इनार, निबियहवा ढ़ाला और नौसड़ तिराहा शामिल हैं।
वर्ष हादसे मौत घायल
2018 872 129 432
2019 769 349 630
2020 550 270 430
नोट : कई मामले पंजीकृत नहीं हैं।