Gorakhpur Rain Water Harvesting: निजी क्षेत्र की इस टाउनशिप में भूजल रीचार्ज के हैं पुख्ता इंतजाम Gorakhpur News

Gorakhpur Rain Water Harvesting किसी भी टाउनशिप को बसाने के लिए यह शर्त होती है कि कुल भूमि का 15 फीसद ग्रीन लैंड के रूप में छोडऩा होगा। इसका उद्देश्य भूजल को रीचार्ज करने का ही होता है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 01:39 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:39 PM (IST)
Gorakhpur Rain Water Harvesting: निजी क्षेत्र की इस टाउनशिप में भूजल रीचार्ज के हैं पुख्ता इंतजाम Gorakhpur News
रेन वाटर हार्वेस्टिंग से संबंधित खबर के लिए फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। बिल्डिंग बायलाज में किसी भी भवन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था तो है लेकिन गोरखपुर में भूजल का स्तर ऊपर होने के कारण गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इसे लागू नहीं किया है। इसके बावजूद निजी क्षेत्र के मल्टीस्टोरी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के प्रावधान किए जा रहे हैं। देवरिया बाईपास पर विकसित हो रही पाम पैराडाइज टाउनशिप में भूजल रीचार्ज के पुख्ता इंतजाम हैं। यहां सभी मल्टीस्टोरी भवनों का पानी भूजल तक पहुंचाने के लिए मानक के अनुरूप रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 20 फीसद से अधिक ग्रीन लैंड का हिस्सा भी छोड़ा गया है।

किसी भी टाउनशिप को बसाने के लिए यह शर्त होती है कि कुल भूमि का 15 फीसद ग्रीन लैंड के रूप में छोडऩा होगा। इसका उद्देश्य भूजल को रीचार्ज करने का होता है। ग्रीन लैंड पर मिट्टी ही रहती है, जिससे बरसात का पानी आसानी से जमीन के अंदर चला जाता है। इस टाउनशिप को बसा रहे प्रबंधन का दावा है कि यहां मानक यानी 15 फीसद से अधिक ग्रीन लैंड छोड़ा गया है। इसके साथ ही खुली जगह भी खूब है। टाउनशिप के आर्किटेक्ट आशीष श्रीवास्तव बताते हैं कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर यहां पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। ग्रीन लैंड भी मानक से अधिक है, जिससे भूजल रीचार्ज को लेकर कोई समस्या नहीं आती।

पूर्णता प्रमाण पत्र से पहले देनी होती है जानकारी

किसी भी मल्टीस्टोरी भवन का पूर्णता प्रमाण पत्र गोरखपुर विकास प्राधिकरण से लेना होता है। मानचित्र पास करते समय रेन वाटर हार्वेस्टिंग तो अनिवार्य नहीं है लेकिन जब पूर्णता प्रमाण पत्र की बात होती है तो उसके फार्म में इस बात का उल्लेख करना होता है कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग भवन में है या नहीं। न होने की दशा में प्रमाण पत्र नहीं मिलता। यही कारण है कि पिछले कुछ वर्षों से बन रहे निजी क्षेत्र के लगभग सभी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था की गई है।

पाम पैराडाइज के निदेशक विकास केजरीवाल का कहना है कि पाम पैराडाइज में मकान भूकंपरोधी हैं और यहां प्रकृति का भी पूरा ख्याल रखा गया है। सरकार की ओर से जो भी मानक तय किए गए हैं, उसका पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। भूजल रीचार्ज की बेहतर व्यवस्था है। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की प्रणाली भी काफी बेहतर है। इस टाउनशिप में पर्यावरण संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है।

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