भूमि की पैमाइश न होने से परेशान था युवक ने एसडीएम के सामने युवक ने पी लिया जहर
संतकबीर नगर जिले के महुली थाना क्षेत्र के काली जगदीशपुर का एक युवक 25 नवंबर को धनघटा तहसील सभागार में एसडीएम और अन्य अधिकारियों के सामने जहर पी लिया। युवक अपनी भूमि की पैमाइश न होने से परेशान था।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संतकबीर नगर जिले के महुली थाना क्षेत्र के काली जगदीशपुर का एक युवक 25 नवंबर को धनघटा तहसील सभागार में एसडीएम और अन्य अधिकारियों के सामने जहर पी लिया। युवक अपनी भूमि की पैमाइश न होने से परेशान था। एक वर्ष पूर्व आदेश के बाद भी जिम्मेदार भूमि की पैमाइश नहीं कर रहे थे। 25 नवंबर को टीम मौके पर पहुंची थी, लेकिन दूसरे पक्ष से मिलकर वापस आ गई। इसी बात से दुखी होकर वह तहसील सभागार में पहुंचा था और अपनी पीड़ा बताने के बाद अधिकारियों के सामने ही जहर पी लिया। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
वर्षों से दौड रहा था युवक
महुली थाना क्षेत्र के काली जगदीशपुर निवासी चालीस वर्षीय जय सिंह पुत्र रामप्रसाद की भूमि कलेन हरदो गांव में नाथनगर-काली रोड पर स्थित है। आरोप है कि दशरौली निवासी रामनाथ यादव उसकी भूमि पर पेट्रोल पंप का निर्माण करवा लिए हैं। युवक अपनी भूमि पाने के लिए वर्षों से दौड़ रहा है। पिछले एक वर्ष पूर्व भूमि की पैमाइश का आदेश हुआ है। वह तभी से तहसील प्रशासन के पास दौड़ लगा रहा है। स्वजन का आरोप है कि विपक्ष के लोग पैसे वाले हैं और पुलिस और तहसील कर्मी उससे मिले हैं। यही कारण है कि आदेश के बाद भी पैमाइश नहीं हो पा रही है। हर सप्ताह अधिकारी मौके पर पहुंचने की बात कहकर वापस कर देते हैं।
25 नवंबर को होनी थी पैमाइश
25 नवंबर को भी लेखपाल और कानूनगो के साथ कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। लेकिन पीड़ित से बात न करके विपक्षी से मिलकर वापस लौट गए। इसकी जानकारी होने के बाद जय सिंह एसडीएम के पास पहुंचा था। वहां उसे जब न्याय नहीं नहीं तो जहर पी लिया। जय सिंह को जहर पीता देख कर्मचारी उसे बचाने दौड़े तब तक वह नीचे गिर गया। उसे तत्काल हैंसर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज हो रहा है।
विपक्षी से अधिकारियों की मिली भगत का आरोप
जयसिंह के भाई भोला का आरोप है कि विपक्षी पैसे वाला है। सभी अधिकारी उससे मिले हैं। उनका भाई अपनी पीड़ा लेकर अधिकारियों के पास पहुंचा तो उसे वहां से चले जाने को कहा गया। न्याय नहीं मिलता देख भाई ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। तहसील प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा है, यहां गरीबों को न्याय नहीं मिल रहा है।
दोषी पर की जाएगी कार्रवाई
उपजिलाधिकारी योगेश्वर सिंह ने बताया कि युवक तहसील सभागार में पहुंचा था, उस समय मतदाता पुनरीक्षण का काम हो रहा था। जब तक लोग कुछ समझ पाते उसे शीशी में रखा कुछ पी लिया और वहीं गिर गया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके भूमि की पैमाइश का मामला है। वह इसके बारे में पता कर रहे हैं कि आखिर पैमाइश होने में देर क्यों हो रही थी। वह स्वयं इसकी जांच करेंगे, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।