उपभोक्ताओं को भा रहा घर बैठे बिल भुगतान का तरीका,30 दिन में जमा हुए चार करोड़

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार मंगलवार को नदी का जलस्तर 92.42 रिकार्ड किया गया जो कि खतरे के निशान से 31 सेमी नीचे है। नदी के जलस्तर में और कमी आने की आशंका है। जलस्तर कम होने से नदी तटबंध किनारों पर लगातार दबाव बना रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 06:41 AM (IST) Updated:Wed, 11 Aug 2021 06:41 AM (IST)
उपभोक्ताओं को भा रहा घर बैठे बिल भुगतान का तरीका,30 दिन में जमा हुए चार करोड़
उपभोक्ताओं को भा रहा घर बैठे बिल भुगतान का तरीका,30 दिन में जमा हुए चार करोड़

बस्ती : लाइन में समय जाया करने से बचने को बिजली उपभोक्ता अब तेजी से आनलाइन बिल भुगतान का तरीका अपना रहे हैं। तीस दिन में विद्युत वितरण खंड प्रथम में चार करोड़ रुपये बिजली बिल आनलाइन जमा किए गए हैं। आनलाइल बिलिग बढ़ता देख बिजली विभाग के अफसर उत्साहित हैं। यही स्थिति रही तो बिल भेजने के साथ ही बकाया वसूली के झंझटों से विभाग को छ़ुटकारा मिल जाएगा।

पहले शहरी बिल काउंटरों पर लंबी लाइनें लगती थी लेकिन अब काफी कम लोग काउंटर पर बिल भुगतान को पहुंच रहे हैं। अधिकतर उपभोक्ता काउंटर पर लाइन में खड़े होकर बिल भुगतान नहीं करना चाहते। उपभोक्ताओं की रुचि आनलाइन बिजली बिल भुगतान की ओर बढ़ रही है। अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम संतोष कुमार ने बताया कि बिजली बिल काउंटर तो नियमित खुल रहे हैं। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए शहरी क्षेत्र में छह काउंटर संचालित किए जा रहे हैं, लेकिन इन काउंटरों पर अब इक्का दुक्का ही लोग पहुंच रहे हैं। बताया कि इस बार टाउन क्षेत्रों की तुलना में बस्ती जोन के खलीलाबाद टाउन से अधिक बिजली बिल का आनलाइन भुगतान बस्ती टाउन में हुआ है। जुलाई में आठ करोड़ 76 लाख रुपये बिजली बिल जमा किए गए, जिसमें इसमें चार करोड़ रुपये आनलाइन जमा किया गया है। कहा आनलाइन बिजली बिल जमा करना आसान और सुरक्षित है। घर बैठे, कहीं से भी बिल जमा किया जा सकता है।

कटान रोकने के लिए बनाए गए डैंपनर का एक हिस्सा धंसा

सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने, घटने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को विक्रमजोत क्षेत्र के भरथापुर गांव में कटान रोकने के लिये बनाए गए डैंपनर का एक हिस्सा धंस गया, जिसे देख भरथापुर व कल्यानपुर गांव के ग्रामीण सहम गए। कई और जगहों पर भी कटान हो रही है।

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार मंगलवार को नदी का जलस्तर 92.42 रिकार्ड किया गया जो कि खतरे के निशान से 31 सेमी नीचे है। नदी के जलस्तर में और कमी आने की आशंका है। जलस्तर कम होने से नदी तटबंध किनारों पर लगातार दबाव बना रही है। गांव के जितेंद्र सिंह, हेमंत पाण्डेय,जग्गा सिंह,राम अवध सिंह, जग्गी लाल, फागू ने बताया कि अबकी बार कटान न होने से लोग सुरक्षित महसूस कर रहे थे, पर मंगलवार को नदी की धारा गांव से सट कर बहने लगी है, एक दो जगहों पर हुई कटान व डैंपनर बैठने से फिर कटान होने का डर सताने लगा है।

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