गोरखपुर तक पहुंचा उत्तराखंड का पानी, आज खतरे का निशान पार कर सकती है सरयू नदी- खाली कराए गए मकान
Flood threat in Gorakhpur उत्तराखंड एवं नेपाल में हुई भारी बारिश के चलते सरयू नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को करीब सात लाख क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों के जरिए सरयू नदी में करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। उत्तराखंड एवं नेपाल में हुई भारी बारिश के चलते सरयू नदी में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार को करीब सात लाख क्यूसेक पानी विभिन्न बैराजों के जरिए सरयू नदी में करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। मैदानी क्षेत्र में भी बुधवार की सुबह 10 बजे से असर दिखना शुरू हो गया है। अयोध्या में नदी खतरे के निशान से करीब 48 सेंटीमीटर नीचे रह गई है। गुरुवार की सुबह तक खतरे का निशान पार कर जाने की संभावना है। गोरखपुर में एलर्ट जारी किया जा चुका है। कटान को देखते हुए बड़हलगंज क्षेत्र के बगहा देवार गांव में खतरे की आशंका के बीच एक मकान को खाली करा लिया गया है। इस मकान में ओमप्रकाश मिश्र दो भाइयों व उनके परिवार के साथ रहते हैं। वह पूरे परिवार के साथ बड़हलगंज के ब्रह्मपुरा में शिफ्ट हो गए हैं।
लगातार बढ़ रहा है पानी, अयोध्या में 92.25 मीटर दर्ज किया गया जलस्तर
शारदा, सरयू एवं गिरिजा बैराज में पानी छोड़े जाने के बाद सरयू नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। अयोध्या पुल के पास बुधवार की शाम पांच बजे इस नदी का जलस्तर 92.25 मीटर दर्ज किया गया। नदी खतरे के बिन्दु यानी 72.63 मीटर से करीब 48 सेंटीमीटर की नीचे रह गई है। गुरुवार की सुबह आठ अजे तक नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की संभावना है। नदी का जलस्तर सुबह आठ बजे करीब 92.85 मीटर हो जाने का अनुमान लगाया गया है। गोरखपुर में भी पानी बढ़ने लगा है। अचानक आए पानी से नदी में बहाव भी तेज हो गया है। तेजी से बहाव होने के कारण कटान का खतरा बढ़ गया है।
करीब सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से उत्पन्न हुआ खतरा
बाढ़ के खतरे को देखते हुए तटबंधों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। बाढ़ खंड दो की ओर से कई टीमें बनाकर सरयू नदी से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में नजर रखी जा रही है। गोला एवं खजनी तहसील प्रशासन को भी सतर्क रहने को कहा गया है। कटान वाले स्थलों पर निगरानी बढ़ाई गई है। कटान को रोकने के लिए जरूरी उपाय भी किए जा रहे हैं। पहाड़ पर बारिश बंद होने से उम्मीद जताई जा रही है कि दो से तीन दिन बाद जलस्तर में कमी हो सकती है। बाढ़ खंड दो के अधिशासी अभियंता रूपेश कुमार खरे का कहना है कि नदी में बहाव तेज है।
खतरे का निशान पार कर जाने की संभावना है। बड़हलगंज के बगहा देवार गांव में कटान हो रही है। जलस्तर के उतार-चढ़ाव से कटान का खतरा बना है। कटान के नजदीक स्थित एक मकान को खाली कराने को कहा गया है। अन्य लोगों के बचाव के लिए भी एलर्ट जारी किया गया है जिससे खतरा बढ़ने पर उन्हें भी अन्यत्र शिफ्ट किया जा सके। मकान खाली करने वाले ओमप्रकाश मिश्र ने बताया कि एसडीएम गोला के कहने के बाद मकान को खाली कर दिया गया है।