गर्मी के दिनों में भी नहीं सूखने पाएगी तारामंडल की वाटर बाडी, ले सकेंगे बोटिंग का मजा

तारामंडल एरिया में 42 एकड से अधिक के क्षेत्रफल में वाटर बाडी फैली हुई है। जीडीए ने इसका सुंदरीकरण कराकर इसमें बोटिंग शुरू कराने का फैसला लिया है। गर्मी के दिनों में वाटर बाडी में पानी की उपलब्‍धता बनाए रखने के लिए विशेष इंताजम किए जा रहे हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 10:50 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 10:50 AM (IST)
गर्मी के दिनों में भी नहीं सूखने पाएगी तारामंडल की वाटर बाडी, ले सकेंगे बोटिंग का मजा
तारामंडल एरिया की वाटरबाडी का विहंगम दृश्‍य। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। तारामंडल क्षेत्र में नौकायन के सामने से शुरू होकर सर्किट हाउस के पीछे तक फैली वाटर बाडी गर्मी में भी नहीं सूखने पाएगी। पूरे साल लोग यहां बोटिंग का मजा ले सकें इसके लिए हर समय पानी की पर्याप्त उपलब्धता की योजना बनाई जा रही है। पानी कम होने से रामगढ़ताल से पंप के सहारे पानी निकालकर इसमें डाला जाएगा। साथ ही जगह-जगह बोरिंग करने की भी योजना है जिससे भूगर्भ जल से भी वाटर बाडी में पानी भरा जा सके।

तारामंडल इलाके में 42.5 एकड़ में फैली वाटर बाडी

रामगढ़ ताल के बाद जीडीए ने जलकुंभी से पटी रहने वाली 42.5 एकड़ में फैली वाटर बाडी को भी साफ कराया है। वाटर बाडी साफ करने के बाद इसमें बोटिंग शुरू करने की योजना है। 17 सितंबर को इसका ट्रायल भी किया गया। बरसात के समय वाटर बाडी में पर्याप्त पानी है लेकिन गर्मी के मौसम में कुछ स्थानों पर पानी सूख जाता है। बोटिंग के लिए यहां पूरे साल पर्याप्त पानी होना जरूरी है इसलिए पानी की उपलब्धता को लेकर योजना बनाई जा रही है।

बरसात के सीजन में वाटर बाडी से रामगढ ताल में गिराया जाता है पानी

बरसात में पानी अधिक हो जाने के बाद पंप के सहारे वाटर बाडी का पानी रामगढ़ताल में गिराया जाता है। गर्मी के समय पानी कम होने पर रामगढ़ताल का पानी उसी पंप के सहारे वाटर बाडी में गिरा दिया जाएगा। इसके साथ ही वाटर बाडी में जगह-जगह बोरिंग भी कराए जाने की योजना है। इस क्षेत्र में कम गहराई पर ही पानी मिल जाने की उम्मीद है इसलिए कम खर्चे में बोरिंग भी हो जाएगी। बोरिंग होने के बाद उससे भी पानी की आपूर्ति की जाएगी।

बच्चों के लिए होगा आकर्षण का केंद्र

वाटर बाडी को साफ करने के बाद उसके सुंदरीकरण की योजना भी बनाई जा रही है। रामगढ़ताल में पानी अधिक होने के कारण कई छोटे बच्चे उसमें बोटिंग से कतराते हैं। वाटर बाडी में धीमी गति से चलने वाली बोट पर दूर तक घूमकर वे लुत्फ उठा सकेंगे। वाटर बाडी के दोनों ओर पाथ वे भी बनाया जाएगा और लाइट लगाने की भी योजना है। बच्चों के मनोरंजन के लिए भी कई सुविधाएं वहां उपलब्ध करायी जाएंगी।

जल्‍द शुरू होगा वाटर बाडी के सुंदरीकरण का काम

जीडीए उपाध्‍यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि गर्मी के मौसम में भी वाटर बाडी में पर्याप्त पानी रहे, इसके इंतजाम किए जाएंगे। रामगढ़ताल से पंप के सहारे पानी वाटर बाडी में डाला जाएगा। इसके साथ ही अन्य उपाय भी किए जाएंगे। वाटर बाडी के सुंदरीकरण का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा।

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