गर्मी में भी नहीं सूखने पाएगी तारामंडल की वाटर बाडी, पूरे साल ले सकेंगे बोटिंग का मजा
जीडीए ने जलकुंभी से पटी रहने वाली 42.5 एकड़ में फैली वाटर बाडी को भी साफ कराया है। वाटर बाडी साफ करने के बाद इसमें बोटिंग शुरू करने की योजना है। पानी की उपलब्धता को लेकर योजना बनाई जा रही है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। तारामंडल क्षेत्र में नौकायन के सामने से शुरू होकर सर्किट हाउस के पीछे तक फैली वाटर बाडी गर्मी में भी नहीं सूखने पाएगी। पूरे साल लोग यहां बोटिंग का मजा ले सकें इसके लिए हर समय पानी की पर्याप्त उपलब्धता की योजना बनाई जा रही है। पानी कम होने से रामगढ़ताल से पंप के सहारे पानी निकालकर इसमें डाला जाएगा। साथ ही जगह-जगह बोरिंग करने की भी योजना है जिससे भूगर्भ जल से भी वाटर बाडी में पानी भरा जा सके।
42.5 एकड़ में फैली है वाटर बाडी
रामगढ़ ताल के बाद जीडीए ने जलकुंभी से पटी रहने वाली 42.5 एकड़ में फैली वाटर बाडी को भी साफ कराया है। वाटर बाडी साफ करने के बाद इसमें बोटिंग शुरू करने की योजना है। इसका ट्रायल भी किया जा चुका है। बरसात के समय वाटर बाडी में पर्याप्त पानी है लेकिन गर्मी के मौसम में कुछ स्थानों पर पानी सूख जाता है। बोटिंग के लिए यहां पूरे साल पर्याप्त पानी होना जरूरी है इसलिए पानी की उपलब्धता को लेकर योजना बनाई जा रही है। बरसात में पानी अधिक हो जाने के बाद पंप के सहारे वाटर बाडी का पानी रामगढ़ताल में गिराया जाता है।
पंप के सहारे वाटर बाडी में गिराया जाएगा पानी
गर्मी के समय पानी कम होने पर रामगढ़ताल का पानी उसी पंप के सहारे वाटर बाडी में गिरा दिया जाएगा। इसके साथ ही वाटर बाडी में जगह-जगह बोरिंग भी कराए जाने की योजना है। इस क्षेत्र में कम गहराई पर ही पानी मिल जाने की उम्मीद है इसलिए कम खर्चे में बोरिंग भी हो जाएगी। बोरिंग होने के बाद उससे भी पानी की आपूर्ति की जाएगी।
बच्चों के लिए होगा आकर्षण का केंद्र
वाटर बाडी को साफ करने के बाद उसके सुंदरीकरण की योजना भी बनाई जा रही है। रामगढ़ताल में पानी अधिक होने के कारण कई छोटे ब'चे उसमें बोङ्क्षटग से कतराते हैं। वाटर बाडी में धीमी गति से चलने वाली बोट पर दूर तक घूमकर वे लुत्फ उठा सकेंगे। वाटर बाडी के दोनों ओर पाथ वे भी बनाया जाएगा और लाइट लगाने की भी योजना है। ब'चों के मनोरंजन के लिए भी कई सुविधाएं वहां उपलब्ध करायी जाएंगी।
गर्मी के मौसम में भी वाटर बाडी में पर्याप्त पानी रहे, इसके इंतजाम किए जाएंगे। रामगढ़ताल से पंप के सहारे पानी वाटर बाडी में डाला जाएगा। इसके साथ ही अन्य उपाय भी किए जाएंगे। वाटर बाडी के सुंदरीकरण का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा। - प्रेम रंजन सिंह, उपाध्यक्ष जीडीए।