कोरोना के विरद्ध जारी है जंग, 142 बूथों पर 44991 को लगाया गया वायर रोधी टीका
कोरोना से निजात दिलाने के लिए वैक्सीन लगवाने का अभियान जारी है। गोरखपुर में 142 बूथों पर टीके लगाए जा रहे हैं। 31 अगस्त को 44991 बूथों पर लोगों ने टीकाकरण कराया। इस दौरान कई बूथों पर कतार तोडने को लेकर कुछ विवाद भी हुआ।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए जंग जारी है। वैक्सीन पर्याप्त मात्रा मिल जाने से कोविड टीकाकरण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। 31 अगस्त को 42 बूथों पर 44991 को कोरोना रोधी टीका लगाया गया। 37282 को पहली व 7709 लोगों को दूसरी डोज लगाई गई। उत्साह का माहौल था। हर बूथ पर लंबी लाइन लगी रही।
टीकाकरण केंद्रों पर सुबह से ही लग जा रही है लंबी कतार
टीकाकरण सुबह नौ बजे शुरू होता है, लेकिन निर्धारित समय से दो घंटे पहले से ही लोग कतार में लग गए थे। लोग टीका लगवाने के लिए उत्साहित थे, लंबी लाइन में खड़े होकर अपनी बारी की प्रतीक्षा की। हालांकि कई जगह कतार तोडऩे को लेकर कहा-सुनी भी हुई। जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल व संक्रामक रोग विभाग में बड़ी संख्या में लोग पहुंचेेे। हर बूथ पर पर्याप्त डोज उपलब्ध है। इसलिए किसी को निराश होकर लौटना नहीं पड़ा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में आ रही है। ज्यादातर बूथों पर टीका लगाया जा रहा है।
एक में मिला संक्रमण, दो हुए स्वस्थ
कोरोना के कदम ठहर गए हैं। 24 घंटे में मंगलवार को लगभग चार हजार नमूनों की जांच में मात्र एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई। दो मरीजों ने इस बीमारी को मात दी। कोई मौत न होने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि जिले में अब तक 59395 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 58536 लोगों ने कोरोना को मात दे दी है। 849 की मौत हो चुकी है। चार सक्रिय मरीज हैं। उन्होंने बचाव की अपील की है।
दगा दे रहा कोविन पोर्टल
कोविन पोर्टल की गड़बडिय़ां सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। पहले दूसरे का मैसेज दूसरों के मोबाइल पर भेजने, नंबर बदल जाने आदि की शिकायतें आ रही थीं, अब प्रमाण पत्र डाउनलोड करने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को जब लोगों ने पोर्टल से प्रमाण पत्र डाउनलोड करने की कोशिश की तो पहले मोबाइल नंबर मांगा। नंबर डालने पर ओटीपी आया, उसे संबंधित बाक्स में भरने पर जब सम्मिट किया गया तो वैक्सीनेशन का पेज खुला। उसमें स्लाट बुक करने की लिए जानकारी मांगी जा रही थी। इस वजह से लोग प्रमाण पत्र डाउनलोड नहीं कर पाए। इस संबंध में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एनके पांडेय ने बताया कि तकनीकी दिक्कत के चलते ऐसा हो सकता है। इसे आइटी सेल से बात करके ठीक करा दिया जाएगा।