कहीं से नहीं मिली मदद तो ग्रामीणों ने नदी पर खुद बना लिया पुल

आमी नदी पर पुल न होने से कई गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। स्‍थानीय ग्रामीणों ने स्‍वयं चंदा एकत्र कर नदी पर पैदल चलने के लिए पुल का निर्माण करा लिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 12:18 PM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 10:41 AM (IST)
कहीं से नहीं मिली मदद तो ग्रामीणों ने नदी पर खुद बना लिया पुल
कहीं से नहीं मिली मदद तो ग्रामीणों ने नदी पर खुद बना लिया पुल

गोरखपुर, (जेएनएन)। खजनी थाना क्षेत्र स्थित कूड़ाभरथ के लोगों ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आमी नदी पर बगैर किसी सरकारी सहयोग के श्रमदान कर पाइप व बांस का एक पैदल रास्ता (पुल) बना दिया है।

बताते चलें कि आमी नदी स्थित कनही घाट (कूड़ाभरथ) पर पाइप व बांस से बने पुल से गांव और अगल-बगल के दर्जनों गांव के लोगों को आने-जाने के योग्य कर दिए हैं। इसके बनने से जिले से दूरी और भी कम हो जाती है और नदी के उस पार अपने खेतों तक लोग सरलता से आते-जाते रहते हैं। लोग जबतक नदी सूखी रहती है, इसका उपयोग करते है।

इस संदर्भ में स्‍थानीय निवासी वेद प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि 1995 से गांव के जिम्मेदार लोगों, युवा व बच्‍चों द्वारा हर साल गांव में चंदा मांगकर कई दिनों के मेहनत के बाद रास्ता (पुल) तैयार करते हैं। यह रास्ता 1995 से वेद प्रकाश त्रिपाठी की अगुवाई में रमेश पासवान प्रधान, प्रेमशंकर तिवारी, धर्मेंद्र यादव, सतीश तिवारी, संजय तिवारी, सूरज तिवारी, प्रभुनाथ यादव, बजरंगी पासवान, मनोज, विजय प्रताप, आशुतोष, अंगद, शिवनारायण, बृजन, दूधनाथ, संतराज, मुरलीधर, सत्यप्रकाश आदि ने बांस व पाइप से रास्ता तैयार किया है।

प्रधान रमेश पासवान ने बताया कि पुल केस्थायी निर्माण के संबंध में मैने जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को लिखित और मौखिक सूचना कई बार दी, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ। अब हम लोग थक हारकर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वयं चंदा इकट्ठा कर बांस व पाइप का रास्ता तैयार किए हैं। ताकि लोगों को उसपार अपने खेत व मुख्य मार्ग पर जाना आसान हो सके।

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