संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक में बोले कर्मचारी नेता शिक्षकों का उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं करेगा संघ

डीआइओएस कार्यालय व विद्यालय प्रबंधन की कार्य प्रणाली से शिक्षक उत्पीडऩ के शिकार हो रहे हैं। उत्‍तर प्रदेश शिक्षक संघ इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। शिक्षकों को उत्पीडऩ से बचाने के लिए संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ेगा।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 09:30 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 09:30 AM (IST)
संघ की जिला कार्यकारिणी की बैठक में बोले कर्मचारी नेता शिक्षकों का उत्पीडऩ बर्दाश्त नहीं करेगा संघ
उत्‍तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षक संघ। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। डीआइओएस कार्यालय व विद्यालय प्रबंधन की कार्य प्रणाली से शिक्षक उत्पीडऩ के शिकार हो रहे हैं। शिक्षक संघ इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। शिक्षकों को उत्पीडऩ से बचाने के लिए संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ेगा।

शिक्षकों का सम्‍मान बनाए रखना जरूरी

यह बातें उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा.दिग्विजय नाथ पांडेय ने कही। वह गुरुवार को बेतियाहाता स्थित कैंप कार्यालय पर जिला कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। जिला मंत्री श्यामनारायण सिंह ने कहा कि संगठन के संघर्षों की बदौलत शिक्षकों को जो सम्मान हासिल हुआ है उसे कायम रखने की जरूरत है। यह तभी संभव है जब शिक्षक एकजुट होकर संघर्षों में संगठन का साथ दें।

लंबित हैं शिक्षकों की कई समस्‍याएं

वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा.अरविंद चौरसिया ने डीआइओएस कार्यालय स्तर पर शिक्षकों की तमाम समस्याएं लंबित हैं। यदि इन समस्याओं का 25 अक्टूबर तक निस्तारण नहीं हुआ तो संगठन धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होगा। उन्‍होंने शिक्षकों की समस्‍याओं का तत्‍काल प्रभाव से निस्‍तारित करने की मांग की है।

कर्तव्‍य का निर्वाह करें शिक्षक

राज्य परिषद सदस्य अयोध्या प्रसाद राय ने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों को अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ-साथ शिक्षा कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार और सरकार की शिक्षा, शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहने की जरूरत है। उन्‍होंने कहा कि शिक्षकाेें के आंदोलन की जिम्‍मेदारी प्रशासन की होगी।

आंदोलन से होगा समस्‍याओं का निदान

मंडलीय मंत्री ज्ञानेश राय ने कहा कि डीआइओएस कार्यालय में वर्षों से चयन वेतनमान, प्रोन्नति वेतनमान, पदोन्नति व जीपीएफ के प्रकरण लंबित हैं। जिससे तमाम शिक्षकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसका निदान सिर्फ आंदोलन है। बैठक में दुर्गेश मिश्रा, शैलेंद्र सिंह, शैलेंद्र कुमार पाठक, सुनील कुमार तिवारी, अविनाश मिश्र, सिद्धार्थ शंकर मिश्र, डा.अरुनेश सिंह, अरविंद सिंह, कलीम अशरफ खान, अशोक कुमार सिंह, कार्तिकेय त्रिपाठी, सुनील कुमार राय, राधा रमण चौबे, रेवती रमण पांडेय, कौशल सिंह तथा सदानंद आदि मौजूद रहे।

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