वर्दी ने लूटा, वर्दी ने ही पकड़वाया- जिस थाने पर तैनात था लुटेरा दारोगा, वहीं की पुलिस ने गिरफ्तार कराया

गोरखपुर में सर्राफा से लूट की घटना को अंजाम देकर बस्‍ती जिले के अपने थाने पहुंचे दारोगा व सिपाही बैरक में आराम कर रहे थे। गाड़ी मालिक को ढूंढते हुए गोरखपुर पुलिस बस्‍ती के पुरानी बस्‍ती थाने पहुंची तो थाने के सिपाहियों ने ही आरोपितों को पकड़वाया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 07:05 AM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 03:45 PM (IST)
वर्दी ने लूटा, वर्दी ने ही पकड़वाया- जिस थाने पर तैनात था लुटेरा दारोगा, वहीं की पुलिस ने गिरफ्तार कराया
गोरखपुर में लूट करने वाले दारोगा को उसी के थाने के सिपाहियो ने गिरफ्तार कराया। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर में लूट की घटना को अंजाम देकर थाने पहुंचे दारोगा व सिपाही बैरक में आराम कर रहे थे। गाड़ी मालिक को ढूंढते हुए गोरखपुर पुलिस बस्‍ती के पुरानी बस्‍ती थाने पहुंची। वांछित चल रहे बदमाश को पकड़ने की जानकारी देते हुए थाने के दारोगा व सिपाहियों को लेकर गाड़ी मालिक को घर पहुंचे। गाड़ी समेत पकड़ने के बाद थाने उठा लाए। पूछताछ में उन्‍होंने सबके सामने ही दारोगा व सिपाहियों का नाम बता दिया। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर आरोप‍ितों को टीम ने दबोच लिया।

दारोगा ने लाज में छिपाया था रुपये व गहनों से भरा बैग

गोरखपुर में सर्राफा कारोबारी से लूट करने वाले असली पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने की खबर मिलते ही डीआइजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने एसपी नार्थ मनोज अवस्‍थी, एएसपी/सीओ कैंपियरगंज राहुल भाटी को बस्‍ती भेज दिया। एसपी बस्‍ती हेमराज मीणा से फोन पर बातचीत कर सभी को गिरफ्तार कराया। अधिकारियों व कर्मचारियों के पूछताछ करने पर दारोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र व संतोष यादव पहले घटना में शामिल होने से इन्‍कार करने लगे। नौसढ़ में घटनास्‍थल के पास लगे सीसी कैमरे की फुटेज दिखाने पर अपना जुर्म कबूल किया। लेकिन रुपये पास में होने से इन्‍कार करने लगे। एडीजी जोन दावा शेरपा के निर्देश पर बस्‍ती व गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने थाने की बैरक के साथ ही दारोगा के कमरे पर पहुंचकर तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। सख्‍ती दिखाने पर उसने बताया कि परिवार के बस्‍ती आने से पहले वह पालीटेक्निक के पास स्थित लाज में रहता था। रुपये से भरा बैग व गहने वहीं छिपाया। जिसके बाद धर्मेंद्र को साथ लेकर पुलिस अधिकारी लाज पहुंचे। कमरे की तलाशी लेने पर बैग बरामद हुआ।

लाइन हाजिर होने के बाद भी करते रहे बदमाशों का पीछा

दिनदहाडे़ सर्राफा कारोबारी व कर्मचारियों ने लूट होने के बाद डीआइजी/एसएसपी ने नौसढ़ व रेलवे चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। कार्रवाई होने के बाद भी घटना को चैलेंज के रुप में लेते हुए दोनों दारोगा घटना में शामिल बदमाशों की खोजबीन में जुट गए। सुराग मिलते ही बस्‍ती पहुंचकर घटना में प्रयुक्‍त गाड़ी बरामद कर लिया। खबर मिलते ही अधिकारी भी बस्‍ती के लिए निकल गए। गोरखपुर में महराजगंज के सर्राफा कारोबारी व कर्मचारी से 30 लाख के गहने व नकदी लूटे जाने की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत शहर के नौ चौराहों पर लगे सीसी कैमरे की छानबीन शुरू हुई तो, पैडेलेगंज, टीपीनगर, नौसढ़, गोलघर व बेतियाहाता में सफेद बोलेरो व आटो दिखी। 

दारोगा व दो सिपाहियों ने सर्राफा कारोबारी दीपक व कर्मचारी रामू को आटो में बैठाया था। आटो के पीछे बोलेरो चल रही थी। लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि असली पुलिस वालों ने लूट की है। गाड़ी की तलाश में नौसढ़ चौकी प्रभारी दीपक सिंह के साथ आजाद चौक प्रभारी मनीष यादव को अधिकारियों ने बस्‍ती भेज दिया। रेलवे चौकी प्रभारी को महराजगंज भेजा गया। पुलिस मुख्‍यालय से पूछताछ शुरू होने पर होने पर डीआइजी/एसएसपी ने रेलवे व नौसढ़ चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। कार्रवाई की जानकारी होने के बाद भी दोनों ने बदमाशों का पीछा नहीं छोड़ा। घटना का पर्दाफाश होने के बाद डीआइजी/एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने दोनों की पीठ थपथपाई। प्रेस वार्ता के दौरान इसका जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा कि अच्‍छा काम करने वालों को इनाम मिलेगा।

गठित हुई थी 10 टीम, रात भर चली कार्रवाई

डीआइजी/एसएसपी ने घटना का पर्दाफाश करने के लिए एसपी सिटी, एसपी नार्थ के नेतृत्‍व में 10 टीम गठित की थी। पूरी टीम रातभर बदमाशों की धर पकड़ में लगी रही। सुबह 10 तक सभी आरो प‍ितों के पकड़े जाने, लूटी की रकम व गहने बरामद होने के बाद राहत की सांस ली। डीआइजी/एसएसपी भी टीम के साथ रात भर जगे रहे। फोन करके पल- पल की खबर लेते रहे। गुरुवार की सुबह कैंट थाने पहुंच पकड़े दारोगा, सिपाही व उनके साहयोगियों से पूछताछ की।

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