कुशीनगर एयरपोर्ट से आसियान देशों का बढ़ेगा रुझान : ऊ मोचो आंग
कुशीनगर में म्यांमार के राजदूत ने कहा कि एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान शुरू होने से आसियान देशों के बौद्ध आसानी से यहां आ सकेंगे इससे दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के लोगों को काफी सुविधा हो गई है इस मौके पर उनके साथ कंबोडिया और लाओस के राजदूत भी मौजूद रहे।
कुशीनगर: भारत में म्यांमार के राजदूत ऊ मोचो आंग ने कहा है कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के तत्काल बाद उड़ान का शेड्यूल जारी होते ही एसोसिएशन आफ साउथ ईस्ट एशियन कंट्रीज (आसियान) के बौद्ध देशों का रुझान भारत के प्रति और बढ़ गया है। दक्षिण-पूर्व एशिया के बौद्ध देशों के पर्यटक आसानी से कुशीनगर आ सकेंगे।
ऊ मोचो आंग यहां शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे। वह 20 अक्टूबर को एयरपोर्ट के उद्घाटन अवसर पर यहां आए थे और कंबोडिया के राजदूत अंग सीन और लाओस के राजदूत बोनमे चौअंगहोम के साथ म्यांमार बुद्ध मंदिर में ठहरे हुए थे। दिल्ली रवाना होने से पहले राजदूत ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एयरपोर्ट शुरू करने से पर्यटन का विकास होगा। म्यांमार सहित आसियान में शामिल देशों कंबोडिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड व वियतनाम के पर्यटकों के अधिक संख्या में आने से कुशीनगर का विकास होगा। स्थानीय लोगों को इसका लाभ भी मिलेगा। पहले कुशीनगर से एयर कनेक्टिविटी न होने से अनेक श्रद्धालु नहीं आ पाते थे। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुद्ध मंदिर का दर्शन करना और कुशीनगर में बौद्ध सम्मेलन आयोजित होने से बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली को विश्व में नई पहचान मिली है।
बुद्ध पेंटिग प्रदर्शनी का हुआ समापन
महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर परिसर में बौद्ध सम्मेलन के दौरान ललित अकादमी लखनऊ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शनी का शुक्रवार को समापन हुआ। 14 कलाकारों ने भगवान बुद्ध के जीवन पर आधारित पेंटिग, परिसर में बनाई थी। चार जनपदों के कलाकारों ने अलग-अलग पेंटिग का निर्माण किया था।
वाराणसी, देवरिया, कुशीनगर और गोरखपुर के कलाकारों ने भगवान बुद्ध के जीवन व उनके संदेशों पर आधारित पेंटिग बना पर्यटकों को बुद्ध व उनके जीवन से परिचित कराया। वाराणसी की प्रतिमा शर्मा का बुद्ध की अभय मुद्रा व शांति का संदेश, परशुराम यादव की पंचशील के सिद्धांत पर आधारित पेंटिग, संध्या वर्मा की बुद्ध के निर्वाण पर आधारित पेंटिग, ओमप्रकाश की बुद्ध के जीवन पर आधारित पेंटिग आकर्षण का केंद्र रही। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कुशीनगर के संरक्षण सहायक शादाब खान,राहुल सिंह, बिट्टू कुमार सोनी आदि उपस्थित रहे।