व्यवस्था बनेगी पारदर्शी, एफसीआइ गोदाम से सीधे कोटे की दुकान तक पहुंचेगा राशन

सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने के लिए गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में भी सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसके तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के गोदाम से राशन सीधे कोटेदार की दुकान तक पहुंचाया जाएगा।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 07:30 AM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 07:30 AM (IST)
व्यवस्था बनेगी पारदर्शी, एफसीआइ गोदाम से सीधे कोटे की दुकान तक पहुंचेगा राशन
गोदाम से कोटे की दुकान तक सीधे पहुंचेगा राशन। प्रतीकात्मक तस्वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने के लिए गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में भी सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी सिस्टम लागू किया जा रहा है। इसके तहत भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के गोदाम से राशन सीधे कोटेदार की दुकान तक पहुंचाया जाएगा। यह व्यवस्था लागू करने वाला गोरखपुर, मंडल प्रदेश का दूसरा मंडल होगा। इससे पहले बरेली मंडल में यह व्यवस्था लागू हो चुकी है। गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज एवं कुशीनगर जिलों में नई व्यवस्था के लिए ई निविदा आमंत्रित की गई है। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस व्यवस्था को लागू कर दिया जाएगा। नई व्यवस्था के कारण अनियमितता को लेकर आने वाली शिकायतें भी कम हो सकेंगी।

एफसीआइ के गाेदाम से विपणन के गोदाम तक लाया जाता है राशन

वर्तमान व्यवस्था के अनुसार एफसीआइ के गोदाम से विपणन के गोदाम तक राशन लाया जाता है और वहां से कोटेदार की दुकान तक भेजा जाता है। कोटेदारों की ओर से बोरे के कम वजन को लेकर शिकायतें की जाती थीं। कई बार बोरा सड़ जाने से लेकर कई अन्य तरह की शिकायतें भी होती थीं। इस तरह की अनियमितताओं को रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया था।

कोर्ट में मामला होने के कारण नहीं लागू हो पाती थी व्यवस्था

गोरखपुर में कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाती थी, लेकिन मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी के निर्देश पर संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) प्रेम रंजन सिंह ने कोर्ट के फैसले के अधीन निविदा आमंत्रित करने का निर्देश दिया। यह व्यवस्था लागू होने के बाद अनाज की कालाबाजारी रुक सकेगी। राज्य सरकार हर गतिविधि पर नजर रख सकेगी। कोटे की दुकानों पर समय से अनाज पहुंचेगा और वितरण हो सकेगा।

ऐसे पहुंचेगा राशन

नई व्यवस्था के तहत एक रूट के कोटेदारों का समूह तैयार किया जाएगा। उन्हें आवंटित खाद्यान्न एक ट्रक के माध्यम से भेजा जा सकेगा। जिलापूर्ति अधिकारी कोटेदारों का समूह तैयार कर अनाज की आपूर्ति के लिए रोस्टर तैयार करेंगे। हर दुकान पर अधिकतम दो बार में अनाज पहुंचाया जाएगा।

हर कदम पर होगी निगरानी

एफसीआइ के गोदाम पर तैनात डिलीवरी इंचार्ज अनाज के निकासी की आनलाइन रियल टाइम फीडिंग कराएंगे। वाहन चालक को दिए जाने वाले प्रपत्र में डिस्पैच आइडी भी दर्ज होगी। यह प्रक्रिया पूरी होते ही कोटेदारों के मोबाइल पर डिस्पैच किए गए अनाज की सूचना मिल जाएगी और वे समय से दुकान पर उपस्थित होकर अनाज प्राप्त कर सकेंगे। समय-समय पर एफसीआइ गोदामों का निरीक्षण कराकर व्यवस्था जांची जाएगी। जिन वाहनों से राशन ले जाया जाएगा, वे जीपीएस से लैस होंगे। इससे वाहन का लोकेशन पता चल जाएगा और वाहन के भटकने या रुकने की जानकारी मिल सकेगी।

गड़बड़ी पर कंट्रोल रूम को भी मिलेगा संदेश

नई व्यवस्था में खाद्यान्न लदे वाहन के रूट से भटकने के बाद कंट्रोल रूम को अलर्ट पहुंच जाएगा। इसके बाद अधिकारी सक्रिय हो जाएंगे। कंट्रोल रूम लखनऊ से संचालित होगा। किसी प्रकार की गड़बड़ी के लिए टोल फ्री नंबर 18001800150 पर शिकायत की जा सकती है।

सकरी गलियों में स्थित दुकानों की दूर होगी समस्या

इस व्यवस्था के तहत ट्रकों के माध्यम से कोटे की दुकान पर राशन पहुंचाना है। शहर क्षेत्र में सकरी गलियों में स्थित दुकानों पर ट्रक जाने में परेशानी होगी। ऐसी दुकानों को मुख्य मार्ग पर लाया जाएगा। जबतक यह व्यवस्था नहीं बनेगी ठीकेदार की ओर से छोटी गाड़ियों से राशन दुकान तक पहुंचाया जाएगा।

गोदाम से सीधे कोटे की दुकान तक अनाज पहुंचाने की व्यवस्था लागू होने जा रही

जीडीए के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह के अनुसार एफसीआइ के गोदाम से सीधे कोटे की दुकान तक अनाज पहुंचाने की व्यवस्था गोरखपुर मंडल के चारो जिलों में लागू होने जा रही है। इसके लिए ई निविदा आमंत्रित की गई है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली में इससे और पारदर्शिता आ सकेगी। अनाज वितरण में विपणन के गोदाम की भूमिका समाप्त हो जाएगी। इस व्यवस्था से कालाबाजारी की समस्या से भी निजात मिलेगी।

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