विश्वविद्यालय परिसर में छात्रा ने की थी खुदकुशी, जांच में पुष्टि के बाद सीओ ने मुकदमे में लगाई एफआर
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय परिसर में गृह विज्ञान की छात्रा ने खुदकुशी कर ली थी। उसके परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाते हुए विभागाध्यक्ष व उनके सहयोगितयों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में खुदकुशी की पुष्टि हुई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की छात्रा ने खुदकुशी की थी। पोस्टमार्टम और फोरेंसिक साइंस लैब लखनऊ की जांच रिपोर्ट में इसकी पुष्टि होने के बाद विवेचक (सीओ चौरीचौरा) ने कैंट थाने में दर्ज हुए हत्या के मुकदमे में एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगा दिया है।
परीक्षा के दौरान गृह विज्ञान की छात्रा ने की थी खुदकुशी
शाहपुर के शिवपुर सहबाजगंज की रहने वाली प्रियंका बीएससी गृह विज्ञान में तृतीय वर्ष की छात्रा थी। 31 जुलाई को वह परीक्षा देने विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में आई थी। परीक्षा खत्म होने के बाद दोपहर में 12 बजे प्रियंका का शव गृह विज्ञान विभाग में स्टोर के पास फंदे से लटकता मिला।
पिता ने विभागध्यक्ष के विरुद्ध दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा
छात्रा के पिता ने उसकी मौत को हत्या करार दिया था। इस माले में उन्होंने कैंट थाने में गृह विभाग विभागाध्यक्ष और उनके सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या का प्रमाण मिला था लेकिन इस मामले में हो रहे विरोध को देखते हुए एसएसपी ने फारेंसिक साइंस लैब लखनऊ से घटना का री-क्रिएशन कराया था।
फोरेंसिक साइंस लैब की टीम ने किया था घटना का री-क्रिएशन
11 अगस्त को लखनऊ से आई फारेंसिक साइंस लैब की टीम ने घटनास्थल की बारीकी से छानबीन की थी। रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि होने पर विवेचना कर रहे सीओ चौरीचौरा जगतराम कन्नौजिया ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगा दिया है। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि साक्ष्य के आधार पर विवेचक ने मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाई है।
गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष ने कहा सत्य की जीत हुई
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. दिव्या रानी सिंह ने प्रियंका मौत प्रकरण में पुलिस द्वारा फाइनल रिपोर्ट लगाए जाने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सत्य की जीत हुई है। इसके लिए उन्होंने गृह विज्ञान विभाग की ओर से पुलिस विभाग के प्रति आभार जताया है। कहा कि पुलिस की पारदर्शी जांच से ही ऐसा संभव हो सका है।