अपने ऊपर ही हमले की रची थी कहानी, प्रधान व चालक हुए गिरफ्तार

बांसगांव थाना क्षेत्र के सैरो गांव में प्रधान पर जानलेवा हमले की कहानी झूठी निकली। ग्राम प्रधान ने खुद ही चालक के साथ मिलकर पट्टीदारों पर पिस्टल से जानलेवा हमला किया था। उनके जाने के बाद पिस्टल से अपने सफारी वाहन पर 3-4 गोलियां चलाई थीं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 05:25 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 05:25 PM (IST)
अपने ऊपर ही हमले की रची थी कहानी, प्रधान व चालक हुए गिरफ्तार
बांसगांव पुलिस की अभिरक्षा में आरोपित ग्राम प्रधान सत्यपाल व उसका चालक ओमप्रकाश। सौ. पुलिस

गोरखपुर, जेएनएन : बांसगांव थाना क्षेत्र के सैरो गांव में प्रधान पर जानलेवा हमले की कहानी झूठी निकली। ग्राम प्रधान ने खुद ही चालक के साथ मिलकर पट्टीदारों पर पिस्टल से जानलेवा हमला किया था। उनके जाने के बाद पिस्टल से अपने सफारी वाहन पर 3-4 गोलियां चलाई थीं। बांसगांव थाना पुलिस ने ग्राम प्रधान व उसके चालक को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त पिस्टल सहित तीन खाली कारतूस, सफारी वाहन बरामद किया है। कोर्ट में पेश कर दोनों को जेल भेज दिया गया।

सैरो के ग्राम प्रधान पर हमले की सूचना मिली थी पुलिस को

पुलिस को शुक्रवार अपराह्न सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्तियों ने सैरो के ग्राम प्रधान पर जानलेवा हमला कर दिया है। प्रधान के वाहन पर फायरिंग की और फरार हो गए। फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच की गई तो पता चला कि घटना संदिग्ध है। प्रभारी निरीक्षक राणा देवेंद्र प्रताप सिंह ने चनहर पुलिया के पास ग्राम प्रधान सत्यपाल यादव व उसके चालक ओम प्रकाश यादव निवासी सैरो को पकड़ा तो दोनों ने सचाई उगल दी।

यह हुई थी घटना

प्रभारी निरीक्षण ने बताया कि ग्राम प्रधान ने गांव में चकरोड निकलवाने के लिए हल्का लेखपाल से पैमाइश कराई थी। मौके पर मौजूद पट्टीदार ओमप्रकाश यादव से उसका विवाद हो गया। प्रधान ने अपने चालक के साथ मिलकर ओमप्रकाश को मारा-पीटा और उस पर पिस्टल से फायर कर दिया। वह किसी तरह जान बचाकर भागा। इसके बाद उसने पिस्टल से अपने सफारी वाहन पर तीन-चार गोलियां चला दी। सभी गोली कार के शीशे में ऊपर की तरफ से बीच में से होकर निकली थीं, इससे पुलिस को संदेह हुआ।

मंदिर का दानपात्र तोड़कर चोरी

शताब्दीपुरम कालोनी में स्थित विश्वनाथ महादेव मंदिर का दानपात्र तोड़कर चोर रुपये उठा ले गए।  

पुजारी मारकंडेय मिश्र ने बताया कि सुबह पूजा करने के बाद मंदिर से चले गए। शाम को लौटे तो देखा कि दानपात्र का ताला टूटा है।  दानपात्र में एक हजार से अधिक रुपये थे।

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