सिगारजोत पुल पर ठप है भारी वाहनों का आवागमन
बलरामपुर-सिद्धार्थनगर की सीमा पर सिगारजोत पुल के पास पिछले दिनों बाढ़ के चलते एप्रोच कट गया था। जिसके कारण भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। करीब डेढ़ महीने का समय बीत चुका है अभी तक रास्ता बहाल नहीं हो सका है।
सिद्धार्थनगर : बलरामपुर-सिद्धार्थनगर की सीमा पर सिगारजोत पुल के पास पिछले दिनों बाढ़ के चलते एप्रोच कट गया था। जिसके कारण भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया था। करीब डेढ़ महीने का समय बीत चुका है, अभी तक रास्ता बहाल नहीं हो सका है। जिसके कारण भारी वाहनों को 40 से 50 किमी अतिरिक्त दूरी तय करके डुमरियागंज-बेवा होकर बलरामपुर, गोंडा, अयोध्या व लखनऊ जाना पड़ रहा है।
सितंबर महीने की शुरूआत में ही नदी के बढ़े जलस्तर के कारण एप्रोच तेजी से कटने लगा। जिसको देखते हुए 4 सितंबर को लोक निर्माण विभाग बलरामपुर के अधिकारियों ने बैरीकेडिंग लगाकर भारी वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया। कटान जारी रही, जिसकी वजह से एप्रोच के हिस्से की आधी से ज्यादा सड़क नदी में समाती चली गई। विभागीय अधिकारियों की ओर से शेष बचे एप्रोच को बचाने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाए गए। परंतु नदी में पानी अधिक होने के कारण ऐसा कार्य नहीं कराया जा सका, जिससे रास्ता बहाल हो सके। वर्तमान में कटान की स्थिति भयावह बनी हुई है। जो सड़क बची है, उसमें भी दरार पड़ गई है। बैरीकेडिग के पास कोई निगरानी करने वाला नहीं है। जिसके चलते हल्के वाहनों के साथ कुछ बड़े वाहन भी जान जोखिम में डालकर आ जा रहे हैं। कब कोई बड़ी दुर्घटना हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। इधर नदी का जलस्तर फिर से बढ़ रहा है, जिसको देख आसपास के लोग दहशत में है, कि कहीं शेष एप्रोच भी नदी में न बह जाए। ग्रामीण राधेश्याम व संतोष कुमार ने कहा कि डेढ़ महीना हो गया है, आवागमन बंद है, बहाल कब होगा पता नहीं है। बाबर आजम, बाबू राम, सुनोध ने कहा कि इन दिनों सुरक्षा की दृष्टि से कार्य बंद है। ऐसे में पूरी सड़क नदी में बह जाने का खतरा बना हुआ है।
लोकनिर्माण विभाग बलरामपुर के अधिशासी अभियंता विनोद कुमार त्रिपाठी का कहना है कि बाइक व हल्के वाहनों का आवागमन हो रहा है। भारी गाड़ियों पर अभी रोक है। नदी में पानी अधिक होने और इधर बारिश होने के कारण कार्य आगे बढ़ने में बाधा आ रही है। पानी नीचे उतर जाए, तभी मिट्टी का कार्य प्रारंभ होगा। बिना मिट्टी कार्य के ऊपर कार्य कराना संभव नहीं है। विभाग नजर बनाए हुए है। जैसे ही स्थिति बनती है, सुरक्षा ²ष्टि से शेष बचे कार्य को पूरा कराया जाएगा, इसके बाद ही आवागमन पूरी तरह से बहाल हो सकेगा।