रेलगाडि़यों और स्‍टेशनों पर चिप्स आदि के पैकेट पर लग सकती है रोक, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

रेलवे में सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम को लेकर जन जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया है। स्वच्छता को लेकर भोजीपुरा-टनकपुरा तथा थावे-छपरा रेलखंड पर ग्रीन कॉरिडोर सिस्टम लागू है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Mon, 16 Sep 2019 09:48 PM (IST) Updated:Tue, 17 Sep 2019 01:00 AM (IST)
रेलगाडि़यों और स्‍टेशनों पर चिप्स आदि के पैकेट पर लग सकती है रोक, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News
रेलगाडि़यों और स्‍टेशनों पर चिप्स आदि के पैकेट पर लग सकती है रोक, जानें-क्‍या है कारण Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर सहित लखनऊ, वाराणसी और इज्जतनगर मंडल में 30 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाएगा। पखवाड़ा रोजाना अलग-अलग स्वच्छता दिवस के रूप में मनेगा। इस दौरान जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम के लिए जन जागरूकता अभियान शुरू

यह जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने दी। वह सोमवार को महाप्रबंधक सभागार में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि रेलवे में सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम को लेकर जन जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया है। स्वच्छता को लेकर भोजीपुरा-टनकपुरा तथा थावे-छपरा रेलखंड पर ग्रीन कॉरिडोर सिस्टम लागू है। इस खंड पर सिर्फ बायोटॉयलेट वाली ट्रेनें ही चल रही हैं।    पूर्वोत्तर रेलवे में 3260 कोचों में बायोटॉयलेट लग चुके हैं।

गोरखपुर, छपरा व ऐशबाग स्टेशन क्लीन ट्रेन के रूप में नामित

गोरखपुर, छपरा व ऐशबाग स्टेशन क्लीन ट्रेन के रूप में नामित हैं। कुल 57 ट्रेनों में आन बोर्ड हाउस कीपिंग की सुविधा है। 11 कोचिंग डिपो में कीट नियंत्रक लगे हैं। 224 कोचों की सफाई मशीनों से की जा रही है। छह स्टेशनों पर मशीनीकृत लाउंड्री स्थापित है। 50 जोड़ी ट्रेनों के लिए 16147 बेडरोल पैकेज तैयार किए जा रहे हैं। 16 स्टेशनों पर हाउस कीपिंग और 17 ट्रेनों में रियल टाइम कंप्लेंट मैनेजमेंट के लिए कोच मित्र चल रहे हैं। स्टेशनों पर बाटल क्रशर और खाद बनाने वाली मशीनें लगाई जा रही हैं। 40 स्टेशनों पर पे एंड यूज प्रसाधन की सुविधा है।

निर्देश मिला तो लगेगी रोक

दो अक्टूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने की तैयारी है। एक सवाल के जवाब में अपर महाप्रबंधक ने बताया कि मंत्रालय का निर्देश मिला तो स्टेशनों व ट्रेनों से चिप्स आदि की बिक्री पर भी प्रतिबंध लग सकता है। फिलहाल, सिंगल यूज प्लास्टिक के रोक पर पूरा जोर है। 

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