बारिश में उखड़ गई सड़क, पैसे इतने खर्च हुए कि जानकर उड़ जाएंगे होश

सिद्धार्थनगर जिले में सड़कों के निर्माण में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की मनमानी सामने आई है। विशेष मरम्मत योजना के तहत डेढ़ वर्ष पहले 42 लाख से निर्मित जोगिया-गेंगटी मार्ग पर कदम-कदम पर गड्ढे ही गड्ढे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:15 AM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:15 AM (IST)
बारिश में उखड़ गई सड़क, पैसे इतने खर्च हुए कि जानकर उड़ जाएंगे होश
क्षतिग्रस्त जोगिया नादेपार मार्ग की हालत खुद देख लीजिए। जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सिद्धार्थनगर जिले में सड़कों के निर्माण में लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड की मनमानी सामने आई है। विशेष मरम्मत योजना के तहत डेढ़ वर्ष पहले 42 लाख से निर्मित जोगिया-गेंगटी मार्ग पर कदम-कदम पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। चार किलोमीटर तक यह सड़क बनने के बाद से ही उजड़ने लगी थी, लेकिन बारिश से अब यह चलने लायक नहीं है। जबकि रोजाना दर्जनों गांव के लोग इसी सड़क से सफर करते हैं।

उप मुख्यमंत्री ने 15 फरवरी, 2020 को किया था सड़क का लोकार्पण

बारिश से बर्बाद होने वाली सड़कें सीसी रोड होनी चाहिए, लेकिन विभाग ने ध्यान नहीं दिया। उप मुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण विभाग मंत्री केशव मौर्य ने सड़क का लोकार्पण 15 फरवरी 2020 को किया था। सड़क जोगिया से नादेपार, कोडरताल होते हुए गेंगटी तक जाती है। लोकार्पण का शिलापट्ट भी टूट चुका है। सड़क की क्षमता है 20 टन। सड़क निर्माण के समय अधिशासी अभियंता थे एमएल वर्मा। एमबी किया था जेई अश्वनी गुप्ता ने। ठीकेदार थे मुन्ना गुप्ता। ग्रामीणों के अनुसार मरम्मत में मानक का ख्याल न रखने से तीन माह बाद ही सड़क टूटने लगी थी, फिर बारिश में पूरी तरह से बर्बाद हो गई। जबकि इस सड़क पर पहले भी पानी की तरह पैसा बहाया गया है।

दूर से तालाब के रूप में दिखती है सड़क

कोरापार गांव के जगदीश ने बताया कि सड़क पर पानी जमा है। दूर से देखने पर यह रोड तालाब के स्वरूप में दिखती है। गड्ढों में दो पहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीण इस पर सफर करने से कतराने लगे हैं। मरम्मत कराने के लिए प्रशासन से मांग की गई है।

सड़क पर आवागमन के बारे में ही सोच कर कांप जाती है रूह

नादेपार के अशोक ने कहा कि इस सड़क पर आवागमन करना, सोच कर रूह कांप जाती है। इसकी मरम्मत कराने को लेकर जनप्रतिनिधि जरा भी गंभीर नहीं है। सड़क सीसी बननी चाहिए थी, लेकिन पिच बनाने पर ही ध्यान रहा। हजारों लोग रोजाना इससे गुजरते हैं। सोनौरा के सर्वजीत ने कहा कि ब्लाक मुख्यालय पर जाने के लिए हजार बार सोचना पड़ता है। सड़कें ऐसी बननी चाहिए, जिस पर जल-जमाव न हो। पानी निकल जाए लेकिन यहां जल निकासी का कोई प्रबंध नहीं है।

तालाब में तब्दील हो गई सड़क

भिटिया राजा के रामनाथ ने कहा कि सड़क पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो गई है। सड़क बनवाने के लिए सांसद और विधायक ने आश्वासन दिया है। उन्हें ग्रामीणों की परेशानियों से भी अवगत कराया गया है। बताया गया है कि कभी भी घटना घटित हो सकती है।

बारिश और बाढ़ के चलते क्षतिग्रस्त हुई सड़क

लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के प्रभारी अधिशासी अभियंता विवेक कुमार राय ने कहा कि बारिश और बाढ़ के चलते सड़क क्षतिग्रस्त हुई है। जलभराव बड़ा कारण है। अब इसे सीसी रोड बनाने पर विचार होगा, जिससे आवागमन सुगम हो सके।

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