गोरखपुर शहर में छह महीने पहले बनी थी सड़क, अब गड्ढे ही गड्ढे Gorakhpur News

पार्षद अभिमन्यु मौर्य ने बताया कि सड़क बनाने के लिए कई बार नागरिकों के साथ मांग की गई थी। इसके बाद नगर निगम ने बजट जारी कर सड़क और नाली का निर्माण कराया था। जल निगम ने सड़क तोड़ दी है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 09:50 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 01:54 PM (IST)
गोरखपुर शहर में छह महीने पहले बनी थी सड़क, अब गड्ढे ही गड्ढे Gorakhpur News
टूटी सड़क पर विरोध में बैठे पार्षद अभिमन्यु मौर्य साथ में नागरिक।, जागरण।

गोरखपुर, जेएएन। वार्ड नंबर 17 जंगल तुलसीराम बिछिया पश्चिमी में तोड़ी गई सड़क न बनाने से नाराज नागरिकों ने पार्षद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। छह महीने पहले 37 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था। जल निगम के ठीकेदार ने पानी की पाइप लाइन बिछाने के लिए तकरीबन तीन महीने पहले सीसी सड़क के कुछ हिस्सों को तोड़ दिया जिसके बाद यह सड़क नहीं बनी। बारिश से सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। स्‍थानीय लोग अब आंदोलन करने के लिए तैयार हो रहे हैं।

जल निगम ने तोड़ी थी सड़क

पार्षद अभिमन्यु मौर्य ने बताया कि सड़क बनाने के लिए कई बार नागरिकों के साथ मांग की गई थी। इसके बाद नगर निगम ने बजट जारी कर सड़क और नाली का निर्माण कराया था। पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क तोडऩे की जल निगम के ठीकेदार ने नगर निगम के अफसरों से अनुमति भी नहीं मांगी थी। आश्वासन दिया था कि काम खत्म होते ही सड़क को ठीक करा दिया जाएगा। अब सड़क में गड्ढे बन जाने से नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जल निगम के अफसरों से कई बार शिकायत भी की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कहा कि नगर निगम के मुख्य अभियंता सुरेश चंद्र को ज्ञापन दिया गया है। इस दौरान पूर्व पार्षद चंद्रभान प्रजापति, अमरनाथ यादव, गौतम प्रजापति, ध्रुव त्रिपाठी, समरजीत पटेल, गोलू, उमेश मौर्य, जयकृष्ण गौतम, धर्मवीर भारती, वसंत यादव, रामभरोसे मौर्य, रमेश राय आदि मौजूद रहे।

बनते ही टूट गई थी 78 लाख रुपये की सड़क

बिछिया पीएसी कैंप से ताड़ीखाना तक तकरीबन आधा किलोमीटर लंबाई में 78 लाख रुपये की लागत से बनी सड़क छह महीने में ही टूट गई। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने सड़क का निर्माण कराया था। महापौर सीताराम जायसवाल के निर्देश के बाद अब बारिश खत्म होने पर सड़क का दोबारा निर्माण कराया जाएगा।

chat bot
आपका साथी