गमगीन माहौल में इमामबाड़ा से निकला रवायती जुलूस

मोहर्रम की दसवीं पर इमामबाड़ा इस्टेट का तारीखी शाही जुलूस गमगीन माहौल में निकला।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 01:44 AM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 01:44 AM (IST)
गमगीन माहौल में इमामबाड़ा से निकला रवायती जुलूस
गमगीन माहौल में इमामबाड़ा से निकला रवायती जुलूस

गोरखपुर : मोहर्रम की दसवीं पर इमामबाड़ा इस्टेट का तारीखी शाही जुलूस गमगीन माहौल में शुक्रवार को अमन का पैगाम लेकर निकला। इमामबाड़ा इस्टेट के सज्जादानशीं अदनान फर्रुख शाह 'मियां साहब' के अगुवाई में निकलने रवायती शाही जुलूस में मानो लोगों का हुजूम सड़क पर उतर आया हो। लोग मियां साहब की एक झलक पाने को बेताब दिखे। शहनाई पर बज रही मातमी धुन जुलूस में शामिल लोगों को भावुक कर रही थी। जैसे-जैसे जुलूस आगे बढ़ता गया लोगों की भीड़ भी बढ़ती गई।

रवायत के मुताबिक मियां साहब सफेद पैरहन में बीचोबीच चल रहे थे। उनके अगल-बगल उनके दोनों साहबजादे आतिफ शाह और आयान शाह थे। सफेद व आसमानी पोशाक में निजी अंगरक्षक और बावर्दी सिपाही चल रहे थे। जुलूस सुबह दस बजे इमामबाड़ा इस्टेट के पश्चिमी गेट से बाहर निकला। मियां साहब सबसे पहले कमाल शहीद मजार गए और साथियों के साथ फातिहा पढ़ा। शाही परचम और घोड़े भी जुलूस की खासियत का अहसास करा रहे थे। फिर जुलूस बक्शीपुर, अलीनगर होते हुए आगे बढ़ा। छतों पर मौजूद महिलाएं फूल बरसाकर जुलूस का इस्तकबाल कर रही थीं। जुलूस धीरे-धीरे बेनीगंज, जाफरा बाजार होते हुए कर्बला पहुंचा जहा मियां साहब ने फातिहा पढ़ा। आधे घटे के विश्राम के बाद जुलूस फिर घासी कटरा, मिर्जापुर, नखास होते हुए दक्षिणी फाटक से इमामबाड़ा इस्टेट में दाखिल हुआ। वहा मियां साहब ने पूर्वजों के कब्र पर फातिहा पढ़ा और जुलूस के सम्पन्न होने का एलान किया। जुलूस में जुल्फिेकार अहमद, मंजूर आलम सैयद शहाब अहमद, इश्तेयाक बब्लू, आसिम खान, अजहर समी, ख्वाजा शमशुद्दीन, शकील वारसी, आसिफ, इकबाल, नवाब वारिस खान, आबिद, हाजी फरजंद, अब्दुल्लाह, मुतर्जा हसन रहमानी, असलम, फिरोज, आबिद अली, नेयाज अहमद, हाजी अमीरूद्दीन आदि मौजूद रहे।

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सर्वधर्म सद्भाव की दिखी खूबसूरत तस्वीर

इमामबाड़ा इस्टेट से निकले शाही जुलूस का जगह-जगह जोरदार ढंग से इस्तकबाल किया गया। इस दौरान मजहबी और दलीय सीमाएं टूटती नजर आई। सर्वधर्म सद्भाव की खूबसूरत तस्वीर भी देखने को मिली। महापौर सीताराम जायसवाल ने खूनीपुर चौराहे पर जुलूस का जोरदार ढंग से स्वागत किया तथा मियां साहब को तलवार भेंट की। उनके साथ सुरेश अग्रहरि, अशफाक मेकरानी, एजाज अहमद, अरविन्द कुमार आदि शामिल रहे। इससे पूर्व कमाल शहीद की मजार के पास डॉ. मुमताज, आलम बख्श, हाफिज अब्दुर्रहमान तथा बक्शीपुर में सरफराज खान, नवाब खान, शहबाज एवं मो. अरशद आदि ने अपने साथियों के साथ स्वागत किया। थवई के पुल पर डॉ. एमएस सिद्दीकी, मो. उस्मान फैसल, वसीम अहमद, समीर अहमद वगैरह ने अपने साथियों के साथ मियां साहब का फूलों से स्वागत किया। वहीं महिलाओं ने अनोखे अंदाज में मियां साहब का इस्तकबाल किया। अलीनगर में भाजपा नेता जावेद, इरफान अहमद ने एवं चरणलाल चौराहे पर विजय बहादुर यादव, शमशाद आलम, वेद पहलवान, राजेश यादव, जमाल, फरहान, शहनवाज, ताजुद्दीन और बेनीगंज ईदगाह के पास मुमताज अहमद, आसिफ, फिरोज अहमद के साथ-साथ आसिया बानो ने अपने सहयोगियों के साथ मियां साहब का स्वागत किया। इसी क्रम में जाफरा बाजार चौराहे पर वसीम, नसीम, शहबाज, जाफरा बाजार सब्जी मंडी में अफसर हुसैन, आदिल अख्तर, इमरान, सैयद इरशाद हुसैन, शकील शाही, शकील अन्सारी, सुनील, सुजीत आदि ने अपने साथियों के साथ इस्तकबाल किया। शेख झाऊ की मस्जिद के पास शेख शकील अहमद, भगवती जालान से अपने साथियों के साथ मियां साहब का जोरदार स्वागत किया। मदरसा अंजुमन पहुंचने पर सांसद प्रवीण निषाद और जियाउल इस्लाम ने स्वागत किया। इसी तरह मियां बाजार में राजीव रस्तोगी एवं संजीव रस्तोगी ने अपने साथियों के साथ स्वागत किया।

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प्रशासन व आवाम का अदा किया शुक्रिया

दसवीं मोहर्रम का जुलूस सकुशल इमामबाड़ा इस्टेट पहुंचने के बाद मियां साहब ने आवाम, पुलिस, प्रशासन और अपने साथियों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि पुलिस, प्रशासन और स्वयं सेवी संस्थाएं नागरिक सुरक्षा कोर, स्काउट एवं गाइड एवं इमामचौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी का योगदान सराहनीय है और हमलोग उनके शुक्रवार हैं।

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