गोरखपुर से खत्म होगी जाम की समस्या, तैयार हो रहा प्लान
गोरखपुर शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए एक बार फिर कवायद तेज कर दी गई है। डीएम विजय किरन आनंद ने अफसरों से सिटी मोबिलिटी प्लान पर चर्चा की और सभी विभागों के अफसरों को इस काम में जुट जाने को कहा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए एक बार फिर कवायद तेज कर दी गई है। डीएम विजय किरन आनंद ने अफसरों से सिटी मोबिलिटी प्लान पर चर्चा की और सभी विभागों के अफसरों को इस काम में जुट जाने को कहा। शहर को जाम मुक्त बनाने के लिए विभागों से समन्वय रखने की जिम्मेदारी गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह को दी गई है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) को लागू कराने की दिशा में काम करेंगे।
गोलघर घोषित हुआ नो वेंडिंग जोन
हर की कई सड़कें चौड़ी की जा चुकी हैं। इसके बाद भी जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है। गोलघर इलाका महीनों पहले नो वेंडिंग जोन घोषित किया जा चुका है लेकिन यहां पटरी व्यवसाय बदस्तूर जारी है। नगर निगम का प्रवर्तन बल कार्रवाई करता है तो थोड़ी देर बाद फिर अतिक्रमण हो जाता है।
अधिकारियों ने की बैठक
डीएम विजय किरन आनंद ने मुख्य विकास अधिकारी, नगर निगम, जीडीए, यातायात, लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी), पुलिस आदि विभागों के अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी विभागों से 15 दिन में योजना देने को कहा है। पीडब्लूडी के अफसरों से शहर के बाहर रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव देने को कहा गया है। यातायात विभाग के अफसरों को निर्देश दिए कि शहर में जनता के लिए यातायात के साधनों की पूरी व्यवस्था कराएं।
ठीक से काम नहीं करते ट्रैफिक सिग्नल
शहर के नौ चौराहों पर आइटीएमएस के तहत ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। 11 नए चौराहों पर काम चल रहा है लेकिन गोलघर जैसे महत्वपूर्ण चौराहे पर ही ट्रैफिक सिग्नल ठीक से काम नहीं करते हैं। इस कारण यातायात पुलिसकर्मी दिन भर जूझते रहते हैं।
सड़क किनारे खड़े होते हैं वाहन
शहर में पार्किंग स्थलों की कमी के कारण सड़क किनारे वाहन खड़े होते हैं। इससे सबसे ज्यादा जाम लगता है। रेती चौक, गीता प्रेस रोड, घंटाघर, पांडेयहाता रोड समेत सभी प्रमुख व्यावसायिक स्थलों पर जाम के कारण व्यापार पर असर पड़ता है।
यह होगा
सड़कों और चौराहों से अतिक्रमण हटाया जाएगा, पुलिसकर्मियों को दोबारा अतिक्रमण न होने की जिम्मेदारी दी जाएगी।
चौराहों के 50-50 मीटर दूर तक ठेला-खोमचा वालों को खड़ा नहीं होने दिया जाएगा, वाहनों की पार्किंग भी नहीं हो सकेगी।
सड़क के किनारे पार्किंग के लिए जगह बनाकर वाहनों को वहीं खड़ा करने के लिए विवश किया जाएगा।
नो वेंडिंग जोन से पटरी व्यवसायियों को हरिओम तिराहा, ट्रांसपोर्टनगर और रुस्तमपुर शिफ्ट किया जाएगा।
सड़क पर स्टाप व जेब्रा लाइन फिर से रंगी जाएगी और इसका कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
ट्रैफिक सिग्नल का पालन न करने वालों से सख्ती होगी।
हूटर और हार्न बजाने में कमी की जाएगी।
जरूरी होने पर यदि सड़कों की खोदाई की जाती है तो इसे जल्द से जल्द ठीक कराना होगा।
शहर में 25 इलेक्ट्रिक बसों को जल्द चलाया जाएगा।
चौड़ी होगी मुंशी प्रेमचंद पार्क की सड़क
ट्रांसपोर्टनगर से मुंशी प्रेमचंद पार्क होते हुए बेतियाहाता चौराहा तक आने वाली सड़क चौड़ी की जाएगी। डीएम ने पीडब्लूडी के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि वह इसके लिए प्रस्ताव बनाएं। सड़क चौड़ी होने से नागरिकों को काफी सहूलियत मिलेगी।
सड़कों पर किए जाने वाले काम की सूची बनाएं
डीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि वह सड़कों पर होने वाले काम की पूरी सूची बनाएं। इसके लिए अफसर खुद सड़क पर भ्रमण करें। साथ ही फुटपाथ, ग्रीन बेल्ट विकसित कर शहर की सुंदरता बढ़ाने को कहा। डीएम ने कहा कि भारी वाहनों को शहर में आने से रोका जाए। शहर की सभी गलियों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल के छिड़काव का गलीवार रोस्टर बनाया जाएगा।