इस जिले में आक्सीमीटर की कीमत 2500 रुपये, मास्क बिक रहा 10 रुपये का Gorakhpur News
पडरौना जिले के कसया के लवकुश पांडेय के बेटे को बुखार था। डाक्टर से दिखाने के बाद एनएच किनारे स्थित दवा की थोक दुकान पर आक्सीमीटर लेने पहुंचे। उनसे आक्सीमीटर के लिए 2500 रुपये ले लिए गए हैं।
गोरखपुर, जेएनएन : पडरौना जिले के कसया के लवकुश पांडेय के बेटे को बुखार था। डाक्टर से दिखाने के बाद एनएच किनारे स्थित दवा की थोक दुकान पर आक्सीमीटर लेने पहुंचे। उन्होंने जेब से पांच-पांच सौ रुपये के दो नोट निकाले और दुकानदार को दिए। दुकानदार ने 15 सौ रुपये और दिए जाने की मांग की। लवकुश ने दुकानदार से आक्सीमीटर की कीमत आठ सौ रुपये होने की बात बतायी तो दुकानदार ने तपाक से कहा कि भाई साहब बात समझ में आ रही हो तो ठीक है, नहीं तो रहने दीजिए। वह समझ गए कि आठ सौ रुपये वाले आक्सीमीटर के साथ दुकानदार उनकी मजबूरी की कीमत भी वसूल रहा है। उन्होंने 15 सौ रुपये और दिए और आक्सीमीटर लेकर घर गए।आपदा की इस घड़ी में दवा बाजार में मची हुई है लूट
यह उदाहरण बानगी भर है। आपदा की इस घड़ी में दवा बाजार में लूट मची है। कसया, पडरौना, हाटा, सेवरही, रामकोला, कप्तानगंज, फाजिलनगर सहित सभी बाजार व कस्बों का लगभग एक ही हाल है। सामान्य दिनों में दो रुपये में बिकने वाला डिस्पोजेबल मास्क आठ से 10 रुपये में बेचा जा रहा है। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में दी जाने वाली दवाएं भी ब्लैक की जा रही हैं। पडरौना नगर में बीते पांच दिनों से पैरासिटामोल व विटामिन गायब हैं। इक्का-दुक्का दुकानों पर ही यह दवाएं मिल रही हैं, वह भी ऊंची कीमत पर। थर्मामीटर भी बाजार से गायब है। एजीथ्राल, जिंकोविट, सैनेटाइजर आदि भी लोगों को आसानी से नहीं मिल पा रहा।
भाप देने वाले मशीन की भी कीमत बढ़ाई
भाप लेने की मशीन की कीमत बाजार में 180 से लेकर दो सौ रुपये तक थी। सिर्फ एक पखवारे में इसकी कीमत बढ़ कर अब 500 रुपये से 700 रुपये तक हो गई है। दुकानदार आपूर्ति न मिलने का हवाला दे भाप मशीन की मनमानी कीमत वसूल रहे हैं। खरीदने वालों को इसका बिल-बाउचर भी नहीं मिल रहा है।