DDU: गोरखपुर विश्‍वविद्यालय का प्‍लेसमेंट सेल अब बाजार की मांग के मुताबिक छात्रों को करेगा तैयार

अंग्रेजी विभाग की आचार्य प्रो. सुनीता मुर्मू ने बताया कि विद्यार्थियों को बाजार के मुताबिक तैयार करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आनलाइन काउंसिलिंग की व्यवस्था की जाएगी। विभागवार सप्ताह भर चलने वाली कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 09:53 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 03:08 PM (IST)
DDU: गोरखपुर विश्‍वविद्यालय का प्‍लेसमेंट सेल अब बाजार की मांग के मुताबिक छात्रों को करेगा तैयार
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्‍य द्वार का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जेएनएन। अपने विद्यार्थियों को बाजार की मांग की मुताबिक तैयार करने के क्रम में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विश्‍वविद्यालय अपने इंप्लायमेंट व प्लेसमेंट सेल को मजबूत करने जा रहा है। सेल को नए सिरे से पुनर्गठित करने की जिम्मेदारी अंग्रेजी विभाग की आचार्य प्रो. सुनीता मुर्मू को सौंपी गई है।

प्लेसमेंट सेल को मजबूत करने की कार्ययोजना तैयार

प्रो. मुर्मू ने बताया कि विद्यार्थियों को बाजार के मुताबिक तैयार करने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आनलाइन काउंसिलिंग की व्यवस्था की जाएगी। विभागवार सप्ताह भर चलने वाली कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। पहले विद्यार्थी कैंपस सेलेक्शन के लिए तैयार किए जाएंगे, उसके बाद इसके लिए मल्टी नेशनल व नेशनल कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। कंपनियों का रुझान विवि की ओर हो, इसके लिए कई कंपनियों से करार भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो. राजेश सिंह के निर्देश और मार्गदर्शन के अनुसार इंप्लायमेंट और प्लेसमेंट सेल का बुनियादी ढांचा बदला जा रहा है। जल्द ही इसका नया प्रारूप तैयार कर, आयोजनों का सिलसिला शुरू कर दिया जाएगा। संक्रमण समाप्त होते ही आफलाइन आयोजनों का सिलसिला शुरू होगा। छात्रों को तबतक प्रशिक्षित किया जाएगा, जबतक वह कंपनियों की मांग पर खरा उतरने लायक न हो जाएं।

मोहन सिंह भवन में शिफ्ट होगा इप्लायमेंट कार्यालय

विश्वविद्यालय में इप्लायमेंट व प्लसमेंट सेल को मजबूत करने के लिए संवाद भवन के सामने चलने वाले रोजगार दफ्तर को मोहन सिंह शोधपीठ में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है। इसके पीछे मकसद व्यवस्था को प्रशासनिक भवन के दायरे में लाना है। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह के अनुसार किसी भी शिक्षण संस्थान में इप्लायमेंट और प्लेसमेंट सेल का महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसे ध्यान में रखते हुए हुए ही इस सेल का मजबूत करने का निर्णय लिया गया है। पूरी कोशिश है कि हर वर्ष कम से कम विवि के 5000 विद्यार्थियों को रोजगार मिले। सेल के मकसद को पूरा करने के लिए इसे पीपीपी मोड में संचालित किया जाएगा।

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