बीएसए ने बीआरसी व विद्यालय का किया निरीक्षण

नवागत जिला बेसिक शिक्षाधिकारी देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने बुधवार को इटवा बीआरसी और इसी परिसर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करते हुए व्यवस्था को देखा। स्कूल में बचों की उपस्थिति देखकर काफी प्रभावित हुए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 06:15 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 06:15 AM (IST)
बीएसए ने बीआरसी व विद्यालय का किया निरीक्षण
बीएसए ने बीआरसी व विद्यालय का किया निरीक्षण

सिद्धार्थनगर : नवागत जिला बेसिक शिक्षाधिकारी देवेंद्र कुमार पाण्डेय ने बुधवार को इटवा बीआरसी और इसी परिसर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करते हुए व्यवस्था को देखा। स्कूल में बच्चों की उपस्थिति देखकर काफी प्रभावित हुए।

दोपहर में पहुंचे बीएसए ने सभी कक्षाओं में जाकर बच्चों की उपस्थिति और शैक्षणिक व्यवस्था को देखा। 234 बच्चों में 196 की उपस्थिति रही। इसके लिए प्रधानाध्यापक पंकज त्रिपाठी को शाबाशी दी। प्रधानाध्यापक ने बताया कि छात्र संख्या अधिक है, जबकि उनके अलावा एक अन्य शिक्षक इरशाद अहमद की तैनाती है। शिक्षकों की कमी के साथ जगह अभाव की समस्या बताई। बीएसए ने समस्या समाधान का भरोसा दिलाया। निरीक्षण के दौरान डीबीटी प्रक्रिया, पुस्तक वितरण की स्थिति को भी जाना। बताया गया कि प्रक्रिया गतिमान है, जबकि पुस्तक वितरण किया जा चुका है। विद्यालय प्रांगण बदहाल दिखाई दिया। जिसमें मिट्टी डालने की बात कही। इसके अलावा पेयजल व्यवस्था को भी दुरुस्त करने को कहा। निरीक्षण के समय ब्लाक संसाधन भवन की स्थिति को भी देखी, जो बहुत ही खराब रही। पूछने पर बताया गया कि इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है। अतिरिक्त कक्ष व अन्य भवन की जर्जर स्थिति और छत टपकने की जानकारी पर बीएसए ने उसकी मरम्मत कराने संबंधित निर्देश दिए। निरीक्षण के वक्त प्रभारी बीईओ ओपी मिश्रा एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे। बीआरसी लेखाकार के विरुद्ध डीएम से शिकायत

सिद्धार्थनगर : ब्लाक संसाधन केंद्र जोगिया में कार्यरत लेखाकार के विरुद्ध कई आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है। शिकायतकर्ता रामजीत पाल ने जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र देकर आरोप लगाया है़ कि बीआरसी जोगिया में तैनात लेखाकार मनमानीपूर्ण ढंग से शिक्षकों का वेतन घटाते-बढ़ाते हैं। पूर्व में विकास खंड में तैनात एक शिक्षिका का वेतनवृद्धि नहीं लगाया। शिक्षिका के साथ अभद्रता की। कहा कि जुलाई से अब तक लेखा कार्यालय में प्रेषित वेतन संबंधी सूचना व बीएसए कार्यालय से जारी वेतन कटौती आदेश का मिलान कर लिया जाए तो यह पता चल जाएगा की संबंधित कार्मिक द्वारा कितनी गड़बड़ी की गई है।

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