उपभोक्ता पर भारी पड़ी लिपिक की लापरवाही, विजिलेंस टीम ने दर्ज किया चोरी का मुकदमा
बिजली निगम के एक लिपिक की लापरवाही से उपभोक्ता पर विजिलेंस टीम ने बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। अब परेशान उपभोक्ता इस त्रुटि को दूर कराने के लिए ग्रामीण खंड का चक्कर लगा रहा है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : बिजली निगम के एक लिपिक की लापरवाही से उपभोक्ता पर विजिलेंस टीम ने बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। परेशान उपभोक्ता इस त्रुटि को दूर कराने के लिए ग्रामीण खंड का चक्कर लगा रहा है।
आठ किलोवाट का कनेक्शन लिया था महताब आलम ने
मोहरीपुर क्षेत्र के जंगल बहादुर अली गांव के महताब आलम ने आटा चक्की लगाने के लिए ग्रामीण वितरण खंड प्रथम से औद्योगिक श्रेणी में आठ किलोवाट का कनेक्शन लिया था। टीसी जारी होने के बाद उन्होंने जुलाई, 2020 में पैसा जमा कर कनेक्शन जुड़वा लिया। खंड के लिपिक ने कनेक्शन पर बिल जारी करने के लिए विवरण भरते समय कनेक्शन की विधा के कालम में एलएमवी-6 की जगह एलएमवी-2 लिखकर बिल जारी कर दिया। विजिलेंस टीम प्रभारी नरेंद्र सिंह वहां जांच करने पहुंचे। महताब के मुताबिक टीम ने कनेक्शन के कागजात व बिल भुगतान की रसीद मांगी। दोनों कागजात देखने के बाद बोले कि आपका कनेक्शन औद्योगिक श्रेणी में होना चाहिए। जबकि बिल भुगतान एलएमवी-2 में कर रहे है। सीधे तौर पर बिजली चोरी का मामला है।
विजिलेंस प्रभारी ने एक न सुनी
महताब ने टीम को बताया कि उसने औद्योगिक श्रेणी में कनेक्शन लिया है, लेकिन विजिलेंस प्रभारी ने उसकी एक न सुनी। अगले दिन उसके खिलाफ बिजली थाने में बिजली चोरी में मुकदमा दर्ज करा दिया। बिजली थाने के दारोगा विवेचना करने महताब के घर पहुंच गए। विजिलेंस टीम प्रभारी ने बताया कि उपभोक्ता ने किस श्रेणी में कनेक्शन लिया है और उसका बिल किस श्रेणी में बन रहा है, यह विवेचना का विषय है। अगर मामला विभागीय त्रुटि का होगा तो मुकदमा खारिज हो जाएगा।
इन इलाकों में नहीं रही बिजली
विश्वविद्यालय उपकेंद्र से निकलने वाले पार्क रोड व टेलीफोन फीडर पर डबल पोल स्ट्रक्चर की पेंटिंग होनी है। इस कारण पार्क रोड, गोलघर, सिविल लाइंस, इंदिरा बाल विहार आदि इलाकों में दोपहर 12 से तीन बजे तक आपूर्ति बंद रही।