इस जिले के विधायक ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य पर लगाए गंभीर आरोप, जानिए पूरा मामला Gorakhpur News

बस्ती जिले के रूधौली विधायक संजय प्रताप जायसवाल द्वारा कोरोना संकट काल में मरीजों और उनकेे तीमारदारों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर समस्याओं को निस्तारित कराए जाने का क्रम लगातार जारी है।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 12:10 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 12:10 PM (IST)
इस जिले के विधायक ने मेडिकल कालेज के प्राचार्य पर लगाए गंभीर आरोप, जानिए पूरा मामला Gorakhpur News
रुधौली के विधायक संजय प्रताप जायसवाल। जागरण

गोरखपुर, जेएनएन : बस्ती जिले के रूधौली विधायक संजय प्रताप जायसवाल द्वारा कोरोना संकट काल में मरीजों और उनकेे तीमारदारों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर समस्याओं को निस्तारित कराए जाने का क्रम लगातार जारी है। विधायक ने मुख्यमंत्री को तीसरी बार पत्र भेजकर जिला चिकित्सालय बस्ती में कोविड-19 गाइड लाइन का अनुपालन न किए जाने पर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के प्राचार्य द्वारा किए गए अनियमितता की उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच कराए जाने का आग्रह किया है।

कोविड 19 गाइडलाइन का नहीं किया जा रहा अनुपालन

मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में विधायक ने कहा है कि  जिला चिकित्सालय में कोविड-19 गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। महामारी को देखते हुए ओपीडी बंद किए जाने का निर्देश जारी किया गया था, जिससे आपातकालीन स्थिति में भर्ती किए गए मरीजों को डाक्टरों द्वारा बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके, लेकिन जिला अस्पताल के इमरजेंसी के एक शिफ्ट में केवल एक ईएमओ एवं दो फार्मासिस्टों द्वारा कार्य किए जाने के कारण मरीजों को समुचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ओपीडी के कुछ अन्य डाक्टर अस्पताल में सेवा देने की जगह अपने घर पर, निजी नर्सिंग होम, प्राइवेट अस्पतालों में  500 से 800 रुपये तक की फीस लेकर मरीज देख रहे हैं। मांग की है कि जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवा की चिकित्सा बेहतर बनाने के साथ ही डाक्टर, आक्सीजन, जीवन रक्षक दवायें उपलब्ध कराई जाए। आरोप लगाया कि मेडिकल कालेज प्राचार्य द्वारा लगातार मनमानी की जा रही है। मरीज और तीमारदार परेशान हैं। जनप्रतिनिधियों के प्रति भी उनका व्यवहार ठीक नहीं है।

बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर दिया सांकेतिक धरना

बस्ती में आक्सीजन की कमी, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था तथा कोरोना से हो रही मौतों पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विवेक श्रीवास्तव तथा एनएसयूआइ के पदाधिकारियों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। अपने निजी आवासों पर हाथ में मांगों का पोस्टर लेकर बैठे पदाधिकारियों ने कहा कि महामारी ने प्रदेश में कोहराम मचा रखा है। स्वजन को असमय खोने से कई परिवार गहरे सदमे में हैं और उनके आगे की गृहस्थी बेहद कठिन और चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में सरकार उनका आर्थिक सहयोग करे। विनय कुमार राजपूत, उमाशंकर, शेदा हुसैन ने धरने को अपना समर्थन दिया।

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