नेता तो मिले पर खडे़ हैं कई सवाल
पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि गायब नेता की पत्नी ने पुलिस को तहरीर दी थी कि उसके पति तिलौली जाते समय टोल प्लाजा से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए हैं। जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया था। उनकी तलाश की जा रही थी रविवार को महिला ने पुन तहरीर देकर कहा कि उसके पति वापस लौट आए हैं।
सिद्धार्थनगर : रहस्यमय स्थिति में बीते बुधवार को गायब हुए भाजपा के मिठवल मंडल उपाध्यक्ष दिलीप चौरसिया रविवार की सुबह नाटकीय ढंग से अपने घर पहुंच गए। वह संदिग्ध परिस्थितियों में घर से मुंबई चले गए थे। उन्हें एक भाजपा नेता के सहयोग से फ्लाइट का टिकट भेजकर वापस लखनऊ लाया गया। एयरपोर्ट के बाहर उसे लेने गई पुलिस व एसओजी टीम दो भाजपा नेताओं के साथ विधायक डुमरियागंज राघवेंद्र प्रताप सिंह के घर पहुंची। फिर विधायक व पुलिस के साथ वह अपने घर नौडिहवा पहुंचा। हालांकि पुलिस उसे लखनऊ से लेकर आने की बात से इन्कार कर रही है। नेता की तलाश में तीन दिनों तक पुलिस के आलाधिकारी सहित पार्टी के बडे़ नेता तक हलकान हुए। हाई प्रोफाइल ड्रामे का रहस्य लोगों के बीच सिर्फ रहस्य ही बना हुआ है,जो आम जन को खटक रहा है।
कानून के जानकारों की माने तो उनका रहस्यमय ढंग से मंदिर निर्माण संग्रह निधि का 44 हजार 500 रुपये लेकर गायब होना जितना आश्चर्यचकित करने वाला था, उतना ही पुलिस का चुप्पी साधे रहना भी है। बांसी - बस्ती एनएच 233 पर सड़क की पटरी पर लावारिश स्थिति में उनकी बाइक, पर्स, मोबाइल व चप्पल मिलने से पुलिस क्या आम लोग भी गुमराह हो गए। कोई लूट तो कोई हत्या व अपहरण का अंदेशा जता रहा था। सवाल यह है कि ऐसा करके नेता ने पुलिस को गुमराह क्यों किया। पुलिस इस पर कार्रवाई करना तो दूर घर पहुंचे भाजपा नेता से पूछताछ तक नहीं की। घर पहुंचे भाजपा नेता के बातों को माने तो थाने में सुलह हो चुके मारपीट के एक मामले में कोर्ट से सम्मन आने पर वह विचलित हो गए थे और अपना मानसिक संतुलन खो दिए थे, जिससे ऐसा कदम उठाया। यदि मानसिक संतुलन खो देने के कारण ही वह ऐसा किए तो समर्पण निधि वह अपने पास कैसे रखे रह गए। उसे पर्स, मोबाइल, बाइक के साथ क्यों नही फेंक दिया। फिलहाल पुलिस का मामले में चुप्पी साध लेना लोगों के बीच रहस्य को और गहरा कर रहा है। हर कोई इन सवालों का जवाब जानना चाहता है। बेलगड़ा गांव जहां उनका सामान लावारिश मिला उस गांव के लोग अभी भी सशंकित हैं। लोगों के बीच चर्चा तो यह भी है कि तथाकथित भाजपा नेता के नाटकीय ढंग से गायब होने के ड्रामे व गुमराह करने के मामले में भी तो कार्रवाई होनी चाहिए।
पुलिस अधीक्षक राम अभिलाष त्रिपाठी ने बताया कि गायब नेता की पत्नी ने पुलिस को तहरीर दी थी कि उसके पति तिलौली जाते समय टोल प्लाजा से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गए हैं। जांच के लिए कई टीमों का गठन किया गया था। उनकी तलाश की जा रही थी, रविवार को महिला ने पुन: तहरीर देकर कहा कि उसके पति वापस लौट आए हैं। इसके पश्चात गायब नेता से पूछताछ की गई। आपराधिक मामला न होने से कोई कार्रवाई नहीं की गई।