अंंतिम संस्कार भी हुआ महंगा, दो सौ रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गया सूखी लकड़ी का भाव Gorakhpur News
गोरखपुर में लकड़ी की कीमत 850 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। मार्च महीने में कीमत 650 रुपये तक थी। अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाला करायल अब सौ रुपये प्रति किलोग्राम की जगह दो सौ रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना काल में लोगों को इलाज में ही नहीं अंतिम संस्कार में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभी तक बेड, ऑक्सीजन और दवाओं को लेकर ही कोरोना संक्रमितों के परिजन परेशान थे अब उन्हें अपनों के अंतिम संस्कार के लिए भी इसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी से लेकर अन्य सामान की कीमत बढ़ गई है।
लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं कारोबारी
लकड़ी की कीमत 850 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। मार्च महीने में कीमत 650 रुपये तक थी। अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाला करायल अब सौ रुपये प्रति किलोग्राम की जगह दो सौ रुपये प्रति किलोग्राम में बिक रहा है। कारोबारियों का कहना है कि मांग ज्यादा और आपूर्ति कम होने के कारण लकड़ी की कीमतें बढ़ी हैं। हालांकि नागरिकों का कहना है कि लकड़ी कारोबारी लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर ज्यादा कीमत वसूल कर रहे हैं।
नदियों में न करें शव प्रवाहित, निश्शुल्क होगा अंतिम संस्कार
महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि नदियों में शव को प्रवाहित नहीं करना चाहिए। नगर निगम प्रशासन शवों का निश्शुल्क अंतिम संस्कार करा रहा है। महापौर सोमवार को नदियों में शवों को प्रवाहित होने से रोकने के लिए बनी निगरानी समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा कि महानगर के नागरिकों की समस्या दूर करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। निगरानी कमेटी कोरोना खत्म होने तक सक्रिय रहेगी। जिस प्रकार नगर निगम परिवार ने पहली लहर में बेहतर काम किया था, इस बार भी पूरी निष्ठा से सेवा में जुटा है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण से हुई मौत के मामले में नगर निगम पिछले महीने से ही निश्शुल्क अंतिम संस्कार करा रहा है। इस दौरान अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा, उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल, मुख्य अभियंता सुरेश चंद्र, डा. मुकेश रस्तोगी, पीआरओ अजय श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
अधिक वसूली करने के मामले में जांच करेगी प्रशासन की टीम
निजी कोविड अस्पतालों में इलाज के नाम पर मनमानी वसूली की जांच के लिए गठित प्रशासन की कमेटी ने सोमवार को दैनिक जागरण में छपी एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया है। इस खबर में वायरल हुए एक आडियो व वीडियो का जिक्र था। वीडियो में कोरोना से ठीक हुए दो लोग एक अस्पताल पर मनमानी वसूली का आरोप लगा रहे थे।
अखबार में खबर प्रकाशित होने के बाद जांच कमेटी के अध्यक्ष अपर आयुक्त न्यायिक रतिभान ने इस मामले का संज्ञान लिया है। उनकी ओर से अस्पताल पीड़ित लोगों से संपर्क किया गया है। इस मामले में भी अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भेजा जाएगा और उनका पक्ष रखने को कहा जाएगा। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
जांच टीम को मनमानी वसूली की 15 शिकायतें मिलींं
अपर आयुक्त ने बताया कि कोरोना के इलाज के लिए शासन की ओर से रेट तय किए गए हैं। उससे अधिक रेट लेना पूरी तरह से गलत है। कमेटी ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है और जल्द ही जांच पूरी कर ली जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अभी तक जांच टीम को मनमानी वसूली की 15 शिकायतें मिली हैं। सभी मामले में नोटिस जारी की जा चुकी है।