कांग्रेस पार्टी के जिला कार्यालय में मकान मालिक ने लगाया ताला, विवाद सुलझाने थाने जाएंगी जिलाध्यक्ष
ट्रांसपोर्टनगर स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के किराया बकाया मामले में 27 नवंबर को जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान राजघाट थाने में अपना पक्ष रखने जाएंगी। राजघाट थाने के प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्र ने कहा कि कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने अपना पक्ष रखने थाने आने की बात कही है।
गोरखपुर, जागरा संवाददाता। ट्रांसपोर्टनगर स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के किराया बकाया मामले में 27 नवंबर को जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान राजघाट थाने में अपना पक्ष रखने जाएंगी। राजघाट थाने के प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्र ने कहा कि कांग्रेस की जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने अपना पक्ष रखने थाने आने की बात कही है। जिलाध्यक्ष का इंतजार किया जा रहा है। मकान मालिक राजमन राय ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से मामले में दखल देकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू और जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की मांग दोहराई है।
3.90 लाख बकाया, एक नवंबर को लगाया था ताला
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की 31 अक्टूबर को तारामंडल क्षेत्र के चंपा देवी पार्क में हुई जनसभा के अगले दिन यानी एक नवंबर को जिला कार्यालय पर मकान मालिक ने ताला लगा दिया था।
किराया देने नहीं कोई आया आगे
मकान मालिक राजमन राय ने कहा कि ताला लगाये 26 दिन बीत चुके हैं, पूरे प्रकरण की जानकारी प्रदेश से लगायत केंद्रीय नेताओं को भी हो चुकी है लेकिन कोई किराया देने के लिए आगे नहीं आ रहा है।
मुख्य विपक्षी दल के पास कार्यालय नहीं
देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास वर्ष 2019 से ही जिला कार्यालय नहीं है। लोकसभा चुनाव में वर्ष 2019 में आनन-फानन ट्रांसपोर्टनगर में किराये पर कमरा लिया गया। मकान मालिक राजमन राय कहते हैं कि जब कमरा किराये पर दिया था तब जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने 15 हजार रुपये प्रति माह देने पर सहमति जताई थी।
प्रदेश अध्यक्ष ने हर माह किराया देने का दिया था भरोसा
मकान मालिक ने बताया कि कमरा किराये पर देते समय गारंटी मांगने पर उन्होंने फोन पर प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू से बात कराई। उन्होंने भी कहा था कि निश्चिंत होकर कमरा दीजिए हर महीने किराया कांग्रेस कमेटी देगी लेकिन अब तक एक रुपये भी नहीं मिले। परेशान होकर उन्हें पुलिस से शिकायत करनी पडी।